आपमें से कई लोगों ने जीवन में कभी ना कभी सेमिनार्स ज़रूर अटेंड किये होंगे, स्टूडेंट्स के लिए तो हमेशा ही करियर रिलेटेड सेमिनार होते ही हैं। सेमिनार्स में कोई एक या एक से ज्यादा स्पीकर होते हैं, जो किसी विशेष स्किल या सब्जेक्ट में एक्सपर्ट होते हैं। ये स्पीकर सेमिनार में आयी ऑडियंस के साथ उस स्किल या सब्जेक्ट से रिलेटेड टॉपिक पर बातें करते हैं।

जब पूरी दुनिया में कोरोना अपना कहर ढा रहा था, तब सब जगह लॉकडाउन होने के कहते कम्पनियों ने ऑडियंस से जुड़ने के लिए वेबिनार का तरीका अपनाया, जो अब बहुत ज्यादा फेमस हो रहा है।

जानिये क्या है वेबिनार और कैसे इस सफल बना सकते हैं।

वेबिनार

वेबिनार 2 शब्दों वेब और सेमिनार से मिलकर बना है। जब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके सेमिनार कंडक्ट किया जाता है, तो उसे वेबिनार कहते हैं। जब ऑफलाइन सेमिनार किया जाता है, तो उसमें कोई ऑडिटोरियम बुक करना होता है, जिसकी सीटिंग कैपेसिटी लिमिटेड होती है। वहीं वेबिनार के लिए हमें कोई जगह बुक नहीं करनी होती है और इसमें हम जितने चाहें उतने लोगों को जोड़ सकते हैं।

इन तरीकों से बनाएं वेबिनार को सफल

आज कई कंपनियां अपनी ऑडियंस से जुड़ने के लिए वेबिनार की इस्तेमाल कर रही हैं, जानिये किन तरीकों को अपनाकर आप एक सक्सेसफुल वेबिनार कंडक्ट कर सकते हैं –

  • कंटेंट सबसे ज़रूरी है :

    आपने कई बार सुना होगा कि "Content is King", वेबिनार के लिए सबसे ज़रूरी होता है कंटेंट। आपको यह निश्चित करना होगा कि आप ऑडियंस को वेल रिसर्च कंटेंट दें, इस कंटेंट को इंट्रेस्टिंग बनाने के लिए इसमें डाटा, स्टोरी आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। कंटेंट जितना इंट्रेस्टिंग होगा, उतना ऑडियंस उसमें एंगेज करेगी।

  • ऑडियंस को समझें :

    वेबिनार शुरू करने से पहले आपकी अपनी ऑडियंस की लिस्ट लेकर उनको समझने की कोशिश करनी चाहिए। आपकी ऑडियंस किस एज ग्रुप की है, कितनी पढ़ी लिखी है, इससे आपको अपना कंटेंट तैयार करने में आसानी होगी। जब आप अपनी ऑडियंस को समझ लेते हैं, तो वो वेबिनार में क्या सवाल पूछ सकते हैं, आप उनके उत्तर पहले से तैयार कर सकते हैं।

  • ऑडियंस से एंगेज करें :

    वेबिनार में कभी भी वन वे नहीं टू वे कम्युनिकेशन होना चाहिए, इसके लिए आपको वेबिनार के दौरान अपनी ऑडियंस को एंगेज करना होगा। जैसे वेबिनार के दौरान पोल जेनेरेट करना, ऑडियंस से सवाल जवाब करते रहना आदि। जब आप ऐसा करते हैं, तो ऑडियंस आपके वेबिनार को ज्यादा से ज्यादा पसंद करती है।

  • ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें :

    कवि वृंद का एक प्रसिद्ध दोहा है "करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान", इस दोहे में प्रैक्टिस का महत्व बताया गया है। जब भी आप वेबिनार करें, तब यह ज़रूरी है कि आप वेबिनार के कंटेंट को आप किस तरह से ऑडियंस के सामने प्रेजेंट करेंगे, उसकी ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें। इससे आपका कॉन्फिडेंस लेवल भी बढ़ता है और आपकी वेबिनार के दौरान गलती करने की संभावनाएं भी बहुत कम हो जाती है।

  • समय का विशेष ध्यान रखें :

    समय जितना आपके लिए कीमती है, उतना हो दूसरों के लिए भी है। आपको समय का विशेष ध्यान रखना होगा, जैसे वेबिनार समय पर शुरू हो और वो ज्यादा लंबा ना हो। जब आपका वेबिनार कम समय में अच्छी इन्फॉर्मेशन देता है, तो आपकी ऑडियंस के आपके कस्टमर्स बनने के चान्सेस ज्यादा होते हैं।

आज के समय में अधिकतर कम्पनियां सेमिनार्स की जगह वेबिनार्स का इस्तेमाल कर रही हैं। यदि आप चाहते हैं कि आप सक्सेसफुली वेबिनार कंडक्ट करें और उससे ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स बने, तो ये टिप्स आपके बहुत काम आएँगी।