बिजनेस एक्सपेंशन की ये खास स्ट्रेटेजी देगी आपके बिजनेस को रफ्तार
जिस तरह किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करना एक बड़ी चुनौती होती है उसी तरह उस बनाए गए बिजनेस को और आगे बढ़ाना उससे भी बड़ी चुनौती होती है।
आज यहां ऐसी ही कुछ खास बिजनेस एक्सपेंशन स्ट्रेटेजीज़ की बात करेंगे। इन रणनीतियों को अपनाकर आप अपने बिजनेस में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर सकते हैं और अपने बिजनेस को तेजी से बढ़ा सकते हैं।
बिजनेस बढ़ाने के तरीके
- जे - कर्व (J - Curve):
जब भी आप कोई प्रोडक्ट या सर्विस बनाते हो तो आपका पहला प्रोडक्ट कभी भी आपका फाइनल प्रोडक्ट नहीं होता है। पहले आप प्रॉब्लम को समझ कर एक प्रोडक्ट बनाते हैं, फिर ज़रूरत के हिसाब से उन प्रोडक्ट्स में बदलाव और सुधार किए जाते हैं। कई सारे बदलाव के बाद आपका प्रोडक्ट अच्छा परफॉर्म कर पाता है और प्रॉफिट कमाकर देने लगता है यही जे कर्व स्ट्रेटेजी होती है। उदाहरण के लिए इंस्टाग्राम आज पूरी दुनिया में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में छाया हुआ है लेकिन पहले ये बर्बन (Burbn) हुआ करता था। सुधार के बाद आज वो सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।
- जॉब शेडोविंग (Job Shadowing):
जब आप अपने काम करने का सही तरीका समझ लेते हैं तो अब आपको वो तरीका दूसरे लोगों को भी सिखाना होता है ताकि आपका काम बेहतर तरीके से आगे चलता रहे। इसके लिए जॉब शेडोविंग की स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें आप अपने काम के एक्सपर्ट लोगों की एक फ़ौज को तैयार करते हैं, मतलब कि काम में एक्सपर्ट जो लोग हैं उनके जैसे कुछ और लोगों को वही काम सिखाना। जब वो लोग उस काम को सीख जाएं तो कुछ और लोगों को वही काम सिखाकर तैयार करना।
- जियोग्राफिकल एक्सपेंशन (Geographical Expansion):
बिजनेस को एक्सपैंड करने के लिए उसका जियोग्राफिकल एक्सपेंशन करना भी बहुत जरूरी होता है। इसीलिए अपने बिजनेस को जब भी आप किसी नई जगह पर एक्सपैंड करें तो एक ऐसी जगह को चुनें जहाँ आपको आपके प्रोडक्ट से जुड़े सभी साधन आसानी से मिल सकें। किसी भी ऐसी जगह पर सबसे पहले ना जाएं जहां आपको चीजें और लोग जुटाने में दिक्कत का सामना करना पड़े। इसीलिए आपके प्रोडक्ट के हिसाब से हमेशा सही लोकेशन को चुनें। नई जगह पर बिजनेस शुरू करते समय आप कुछ और लोगों को भी अपने साथ जोड़ सकते हैं ताकि उस जगह पर आपका रिस्क कम हो जाए।
- मर्जर एंड एक्विजिशन (Merger and Acquisition):
अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए मर्जर और एक्विजिशन की स्ट्रेटेजी को भी अपनाया जा सकता है। मर्जर मतलब जब दो कंपनियां आपस में मिल जाती है और साथ मिलकर काम करती हैं। वहीं एक्विजिशन में एक कंपनी दूसरी कंपनी को खरीद कर अपने नाम कर लेती हैं और फिर उसके बिजनेस के जरिए अपने बिजनेस को आगे बढ़ाया जाता है।
- फ्रेंचाइजी मॉडल (Franchise Modal):
अगर आपके प्रोडक्ट या फिर सर्विस की डिमांड अच्छी है और लोग उसे पसंद करते हैं तो बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए आप एक फ्रेंचाइजी मॉडल को अपना सकते हैं। इसमें आप एक फ्रेंचाइजर बनकर दूसरों को अपने बिजनेस की फ्रेंचाइजी देते हैं, जिसके साथ आपको अपनी कंपनी के प्रोप्राइटरी टूल्स, टेक्नोलॉजी, ट्रेडमार्क, सॉफ्टवेयर और बिजनेस टूल्स भी शेयर करने होते हैं। इससे फ्रेंचाइजर को रॉयल्टी और प्रॉफिट मिलता है वहीं फ्रेंचाइजी को बना बनाया बिजनेस मॉडल मिल जाता है।
- डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क:
बिजनेस को तेजी से आगे बढ़ाने में उसका डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बहुत बड़ा रोल प्ले करता है ऐसे में एक अच्छा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनाना बहुत ज़रूरी होता है। इसके लिए एक छोटी सी टीम बनायें जो चैनल सेल्स को बनाना जानते हों। अपनी इंडस्ट्री की एसोसिएशन में जाकर डिस्ट्रीब्यूटर्स को ढूंढें। ट्रेड शोज और एग्जीबिशन में जाकर भी आप अपने लिए नए और लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स को ढूंढ सकते हैं। इसके अलावा जो डिस्ट्रीब्यूटर्स आपके पास पहले से हैं आप उनसे भी दूसरे शहरों में मौजूद डिस्ट्रीब्यूटर्स के बारे में पता सकते हैं।
- मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile Application):
भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने वाला देश बन चुका है। मोबाइल ऐप्स आजकल आसानी से लोगों की पहुंच में हैं इसीलिए बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए आपको अपना नया मोबाइल एप भी जरूर बनाना चाहिए। भारत में एंड्रॉयड यूजर्स ज्यादा है इसीलिए पहले एंड्रॉयड एप को बनाएं ताकि आपकी पहुंच ज्यादा लोगों तक हो।
ये कुछ ऐसी बिजनेस एक्सपेंशन स्ट्रेटेजीज़ हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने बिजनेस को बड़ी ही आसानी से आगे बढ़ा सकते हैं। बिजनेस एक्सपेंशन की स्ट्रेटेजीज़ से जुड़ा ये पूरा वीडियो आप देख सकते हैं जहां आपको एक या दो नहीं बल्कि पूरी 32 बिजनेस एक्सपेंशन टेक्निक्स विस्तार में जानने को मिलेंगी।