अपनी शर्तों और नियमों के अनुसार काम करने की चाहत हर एम्पलॉयी की होती है. अपनी पसंददीदा जगह पर बैठकर अपने काम को पूरा करना हर व्यक्ति को अच्छा लगता है. व्यक्ति की इसी चाह को फ्रीलांस वर्क ने पूरा किया है, जिसकी डिमांड कोविड के बाद लगातार बढ़ी है. लेकिन फ्रीलांसर के तौर पर काम करना उतना आसान नहीं है. क्लाइंट के दिशानिर्देशों को मान कर दिए गए समय पर काम की पूर्ति करना किसी भी फ्रीलांसर के लिए बड़ी चुनौती भी है. अगर आप भी एक फ्रीलांसर हैं, या फिर फ्रीलांसर बनना चाहते हैं तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए काफी मुनाफे वाला लेख साबित होने वाला है. हम इस लेख में उन पांच स्ट्रेटेजीज़ के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो आपको एक सफल फ्रीलांसर बनाने का काम करेंगी.

1. अपने विषय का पहले ही कर लें निर्धारण (Define Your Subject or Expertise)

फ्रीलांसिंग इंडस्ट्री में खुद को साबित करने और सफल होने के लिए सबसे पहली आपकी प्राथमिकता अपने विषय का निर्धारण करने की होनी चाहिए. सबसे पहले आपको पहचान करनी चाहिए कि किस विषय पर आप अच्छी समझ रखते हैं या आपकी किस विषय पर अच्छी जानकारी है. विषय का चुनाव करने से पहले आपको एक बार अच्छी रिसर्च भी जरूर कर लेनी चाहिए. किस विषय को अधिक पसंद किया जाता है या किस विषय की अधिक डिमांड है, इस बात को ध्यान में रख कर भी अपने विषय का चुनाव करना चाहिए. इसलिए आपकी पहली रणनीति अच्छी रिसर्च के साथ विषय का चुनाव की होनी चाहिए.

2. बनाएं अपनी डिजिटली पहचान (Build Your Digital Presence)

बदलते दौर में आपको भी खुद को बदलना होगा और खुद की डिजिटली पहचान भी बनानी होगी. अधिकतर काम फ्रीलांसर्स को सोशल मीडिया के माध्यम से और फ्रीलांसिंग काम उपलब्ध कराने वाले प्लेटफॉर्म्स के जरिए मिलता है. इसलिए आपको अगर फ्रीलांसर्स के तौर पर अपनी पहचान बनानी है तो सोशल मीडिया के साथ ही आपको फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म पर भी अपना प्रोफाइल क्रीएट कर, उस पर खुद को एक्टिव रखना होगा. इसके साथ ही फ्रीलांसिंग साइट् या प्लेटफॉर्म पर अपने काम के सैंपल्स को भी जरूर जोड़ना चाहिए. लेकिन साइट्स पर अपने अच्छे सैंपल्स को ही जोड़ना चाहिए.

3. खुद को बनाए रखें सुपर एक्टिव (Don’t Get Comfortable Be Active)

अपनी मनपसंद जगह पर बैठकर काम करना जितना आरामदायक होता है, उतना ही हानिकारक भी साबित हो सकता है. लगातार घर से काम करने की आपकी आदत आपको आलसी और काम के प्रति थोड़ा गैर जिम्मेदार बना सकती है. कई बार ऐसा होता भी है, जब फ्रीलांसर्स कार्य की बस इतिश्रि कर काम के समय के दौरान ही अपने पर्सनल कामों को जगह देते हैं. लगातार ऐसी स्थिति काम की क्लालिटी को भी प्रभावित करती है और फ्रीलांसर्स की लर्निंग को भी कम करती है. इसलिए फ्रीलांसर्स को हमेशा एक्टिव रहना चाहिए. मोटिवेशनल स्पीकर (Best Motivational Speaker in India) या बिजनेस कोच को सुनना चाहिए और खुद को नई लर्निंग देने का प्रयास करना चाहिए. नई लर्निंग फ्रीलांसर्स के लिए बेहतर अवसर भी लेकर आ सकती है, इसलिए फ्रीलांसिंग वर्क के दौरान भी खुद को सुपर एक्टिव रखना ही फ्रीलांसर्स के लिए सबसे अच्छी रणनीति है.

4. ओवर कांफिडेंस और कांफिडेंस के बीच समझें अंतर (Know the Difference Between Confidence & Over-Confidence)

आत्मविश्वास हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण होता है, लेकिन कई बार अति उत्साहना या ओवर कांफिडेंस हर व्यक्ति के लिए नकारात्मक भी होता है. फ्रीलांसर्स के लिए भी काम को लेकर उत्साह सकारात्मकता है तो वहीं काम के प्रति ओवर कांफिडेंस उनके लिए नकारात्मकता उत्पन्न कर देती है. यह सोचना कि आपको सभी विषय की अच्छी जानकारी है, यह ओवर कांफिडेंस की निशानी होती है. इसलिए फ्रीलांसर्स को नई जानकारियों को ग्रहण करने के लिए भी हमेशा तैयार रहना चाहिए. इस तरह से सीखना चाहिए कि आप कुछ भी नहीं जानते हैं. फ्रीलांसिंग काम के दौरान यही रणनीति आपको काम में हमेशा आगे रखने का काम भी करेगी और आपको सफल भी बनाएगी.

5. पैसे को न बनाए पहली प्राथमिकता (Don’t Make Money Your First Priority)

एक आम धारणा हर उस व्यक्ति की होती है, जो फ्रीलांस काम करते हैं या करना चाहते हैं. हर व्यक्ति फ्रीलांसिंग काम का चुनाव इसलिए करता है क्योंकि फ्रीलांसिंग काम में अधिक पैसा कमाया जा सकता है. लेकिन यही धारणा फ्रीलांसर्स के काम को प्रभावित कर जाती है. फ्रीलांसर्स को ध्यान रखना चाहिए की उनकी पहली प्राथमिका पैसा न होकर काम की गुणवत्ता रहे. काम की गुणवत्ता पर जब ध्यान दिया जाता है तो काम में सराहना के साथ ही आपका काम भी वैल्यूबल बन जाता है. इसलिए फ्रीलांसर्स को पहली प्राथमिकता पैसे को न बनाकर काम की गुणवत्ता को रखना चाहिए. काम जब वैल्यूबल होगा तो आप अच्छे क्लाइंट्स पाकर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं.

फ्रीलांसिंग वर्क के माध्यम से आप अच्छी कमाई भी कर सकते हैं और इंडस्ट्री के अच्छे क्लाइंट्स के साथ जुड़कर काम भी कर सकते हैं, लेकिन यहाँ जरूरी है कि उनके साथ काम करने से पहले आप फ्रीलांसिंग वर्क की इन महत्वपूर्ण रणनीतियों को जानते हों. इन रणनीतियों और प्रमुख बातों के को जान कर आप निश्चित ही सफल फ्रीलांसर बन सकते हैं.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि बिजनेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिजनेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए. इसके लिए आप अपने बिजनेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.