फंडिंग लेते वक्त स्टार्टअप को इन 3 बातों को ध्यान में रखना चाहिए
कोरोना महामारी के आने के बाद से जहां लोगों के दैनिक जीवन पर गहरा असर पड़ा है वहीं नए स्टार्टअप के क्षेत्र में जबरदस्त उछाल आया है। कोरोना काल के बाद से लगातार कई स्टार्टअप शुरू हुए हैं जो आज मार्केट की भीड़ में अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं। कई ऐसे स्टार्टअप हैं जिन्होंने इस महामारी में भी एक अवसर को तलाशा और आज अच्छी फंडिंग लेकर अपने बिज़नेस का विस्तार कर रहे हैं। एक समय था जब स्टार्टअप को फंडिंग के लिए तरसना पड़ता था लेकिन आज बहुत से माध्यम है जिनकी मदद से स्टार्टअप अपने बिज़नेस के लिए धन इकट्ठा कर रहे हैं। लेकिन दूसरा सच यह भी है कि आज इतने ज्यादा स्टार्टअप शुरू हो गए हैं कि उन्हें अपनी पहचान बनाना थोड़ा मुश्किल हो गया है। ऐसे में उन्हें धन जुटाने की अपनी रणनीति को बदलने की जरूरत है। एंजल और वेंचर कैपिटल के लिए कंपटीशन बढ़ गया है। ऐसे में यह सवाल महत्वपूर्ण हो गया है कि स्टार्टअप अपने बिज़नेस (Business) के लिए धन कैसे जुटा सकते हैं। अगर आप भी एक स्टार्टअप शुरू करना चाह रहे हैं और फंडिंग से जुड़े सवाल आपके दिमाग में घूम रहे हैं तो आज के इस लेख में हम आपको कुछ अहम बाते बताएंगे जिनका ध्यान रख आप अपने स्टार्टअप के लिए फंडिंग इकट्ठा कर सकते हैं।
अपनी स्किल पर करें फोकस
किसी भी बिज़नेस के बढ़ने की संभावना फाउंडर पर बहुत निर्भर करती है इसलिए, इंवेस्टर फाउंडर की पृष्ठभूमि का काफी ख्याल रखते हैं। कोई भी इंवेस्टर यह जानना चाहेगा कि फाउंडर अपने ज्ञान और जूनून को कैसे बिज़नेस में लगाएंगे जिससे मुनाफा होगा। इसलिए आपको सबसे पहले अपने बिज़नेस की स्किल सीखना चाहिए और बिज़नेस को शुरू करने पर फोकस करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपने अपने आपको मार्केट की दौड़ में किस तरह से दूसरों से अलग रखा है। आपके बिज़नेस में दूसरों से क्या अलग है। इसलिए आपको अपने बिज़नेस की स्किल पर विशेष रूप से फोकस करना चाहिए। स्टार्टअप बिज़नेस में सही रणनीति के लिए आप लीडरशिप ट्रेनर (Leadership Trainer In India) की मदद ले सकते हैं।
अपनी भाषा का रखें ध्यान
किसी भी निवेशक के पास जाने से पहले अपनी भाषा और व्यक्तित्व का खास ख्याल रखें। ध्यान रखें कि निवेशक केवल आपके व्यवहार और आपकी भाषा को सुनकर ही आगे आपके साथ काम करने न करने का फैसला करेगा। भूमिका बनाने या अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए बातचीत के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली भाषा की अहम भूमिका होती है। अक्सर इससे संस्थापक की सोच के बारे में पता चलता है। लेकिन निवेशक जानना चाहते हैं कि आप आपने और अपनी टीम के बारे में क्या और कितना बताते हैं। प्रोडक्ट ग्राहक के लिए कैसे बेहतर होगा, उसमें आपके अनुभव की क्या भूमिका होगी, पैसों का उपयोग आप कैसे करेंगे या पैसे से क्या बदलेगा, यह सब आपकी बातों में होना चाहिए। आपकी बातें सिर्फ हवा हवाई ही नहीं होनी चाहिए बल्कि उसमें फैक्ट भी होने चाहिए। आप तथ्यों से अलग अच्छा बोल सकते हैं लेकिन जरूरी नहीं है कि उसे मान ही लिया जाएगा। आप हमेशा फैक्ट से जुड़ी अपनी बात रखें तभी इन्वेस्टर आपके स्टार्टअप के लिए फंड जुटाने में आपकी मदद करेगा।
बातों को सरलता से समझाएं
कोई भी निवेशक आपकी बड़ी-चढ़ी बातों को तुंरत भांप लेता है। आप उसे ऐसी कोई बात न कहें जिसका कोई अर्थ न हो या आप उसे पूरा न कर पाएं। कई बार स्टार्टअप के लिए फंडिंग लेते समय संस्थापक अपनी तारीफों के पुल बांध देते हैं। वो अपने काम को कुछ ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ा कर बताते हैं जिससे निवेशक उन्हें फंड देने से मना कर देता है। निवेशक से अपनी बात कहने के दौरान आपका आत्मविश्वास निवेशकों को यह विश्वास दिलाता है कि आप जो कह रहे हैं उसे पूरा कर सकेंगे। अपने इंवेस्टर को प्रोजेक्ट ब्रीफ करते समय सुनिश्चित करें कि आपकी स्लाइड्स में सारी बातें स्पष्ट रूप से हो। आपका प्रेजेंटेशन देखने वालों को प्रभावित करने वाला होना चाहिए, बोर करने वाला नहीं। संदेश को बताने के लिए तस्वीरों का उपयोग करें। इससे जल्दी थकने या ऊबने वालों को विजुअल ब्रेक मिलेगा।
आप इन बातों का ध्यान रख अपने स्टार्टअप बिज़नेस(Startup Business) के लिए अच्छा धन जुटा सकते हैं। आप अपनी विकास योजनाओं की अच्छी रणनीति बनाएं क्योंकि आप दूसरों को एक रोमांचक भविष्य के लिए भागीदार बनने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं | इसलिए अनावश्यक बातें करने से बचें और अपने स्टार्टअप के लिए अच्छी फंडिंग प्राप्त करें।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course) का चुनाव जरूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।