कंपनी की ग्रोथ के लिए ऐसे बनाएं पॉजिटिव वर्क कल्चर
कोई भी व्यक्ति अपने जीवन का अधिकांश समय कंपनी या कार्यस्थल पर हर ही बिताता है। रोजाना अपनी जिंदगी के 9 से 10 घंटे कोई भी व्यक्ति ऑफिस के माहौल में ही रहता है। इसी के कारण कई बार घर आने के बाद भी ऑफिस का माहौल लोगों के ज़हन में रहता है। अगर ऑफिस का माहौल खुशनुमा होता है तो व्यक्ति घर में भी खुश रहता है। वहीं अगर ऑफिस का माहौल टेंशन से भरा हो या नकारात्मक होता है तो व्यक्ति अपनी झुंझलाहट को घर तक ले आता है जिसके कारण घर का माहौल भी खराब हो जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक सर्वे के अनुसार पॉजिटिव वर्क कल्चर में रहा एम्प्लॉयी कई गुणा तरक्की करता है, उसके काम करने की स्पीड बढ़ जाती है जिसका असर कंपनी की ग्रोथ पर भी होता है। पॉजिटिव वर्क कल्चर में कंपनी के साथ-साथ एम्प्लॉयी भी आगे बढ़ता है। वहीं नकारात्मक माहौल में काम करने वाला एम्प्लॉयी चाह कर भी सही काम नहीं कर पाता जिससे आपके बिज़नेस (Business)की ग्रोथ भी रूक जाती है। कुल मिलाकर एक एम्प्लॉयी और कंपनी दोनों के लिए पॉजिटिव कल्चर बहुत महत्व रखता है। इसलिए आज के इस लेख में हम आपको पॉजिटिव कल्चर कैसे बनाएं इसके बारे में बताएंगे।
हमेशा रहें तनावमुक्त
अगर आप अपने काम करने की जगह पर तनाव का अनुभव कर रहे हैं, तो यकीन मानिए आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे। आप चाह कर भी अपने काम को पूरी तरह से नहीं कर पाएंगे। अगर एम्प्लॉयी हमेशा तनाव में रहेगा तो उसकी प्रोडक्टिविटी कम होगी और इसका असर कंपनी की ग्रोथ पर भी पड़ेगा। आप एक काम खत्म नहीं करेंगे और दूसरा पहले आकर खड़ा हो जाएगा। ऐसे में ऑफिस का माहौल तनावमुक्त रखें। अगर आपके ऑफिस का कल्चर अच्छा है तो एम्प्लॉयी खुश होकर काम करेंगे। आपको अपने ऑफिस का माहौल ऐसे बनाना चाहिए जहां एम्प्लॉयी अपने काम के तनाव को दूर करने के लिए अपने सीनियर या बॉस से आसानी से बात कर सके। इसलिए उनके लिए एक अच्छा माहौल बनाएं ताकि वो अपनी बात बेझिझक आकर कह पाएं और तनाव मुक्त हो पाएं। इसके बाद देखिए कैसे आपकी कंपनी की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है।
एम्प्लॉयी को करें प्रोत्साहित
प्रोत्साहन किसे अच्छा नहीं लगता है, हर कोई अपने काम की प्रशंसा सुनना चाहता है। यही बात आपके टीम के लोगों पर भी लागू होती है। अगर आप अपने एम्प्लॉयी के काम की सराहना नहीं करते हैं तो उनका मनोबल गिर जाता है और वो पूरे दिल से कभी भी काम नहीं कर पाते। इस माहौल में लोग काम तो करेंगे पर वो काम को केवल खत्म करने के उद्देश्य से जैसे-तैसे करेगा। अगर उसके काम को मीटिंग में या किसी अन्य कार्यक्रम में सराहा जाए तो उसका उत्साह बढ़ेगा जिससे वो पूरी लगन से काम करेगा। इससे बचने के लिए आपको समय समय पर किसी मोटिवेशनल स्पीकर(Motivational Speaker) को अपनी टीम से मिलवाना चाहिए जिससे टीम मेंबर्स मे उत्साह बना रहे। इसके अलावा आप उनके काम की सराहना करते रहे। सराहना किसी भी रूप में हो सकती है। ज़रूरी नहीं कि आप किसी बड़े कार्यक्रम का ही आयोजन करें। आप एम्प्लॉयी के पास जाकर भी उसके काम को सराह सकते हैं। इससे एम्प्लॉयी का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और वो खुश होकर काम करेगा।
एम्प्लॉयी से करते रहें बात
किसी भी एम्प्लॉयी को अच्छा लगता है कि उनके बॉस उनसे बात करें। अपने कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की हीनता का अनुभव न होने दें। अगर आप अपनी कंपनी की ग्रोथ चाहते हैं तो उनसे बात करें, उनकी परेशानियों को सुनें, अपने अनुभवों को साझा करें। हो सके तो सप्ताह में एक बार उनके काम की समीक्षा ज़रूर करें। साथ ही साथ उनसे कार्यों से हटके भी बात करें। इस तरह से उनको ये लगेगा कि उनका हेड उनसे जुड़ा हुआ है और उनको समझता है। हमेशा नए-नए आईडिया अपने टीम मेंबर से साझा करते रहें। इससे एम्प्लॉयी भी बेझिझक अपने आइडिया आपके साथ साझा कर पाएगा। इससे आपको अपने बिज़नेस की प्रोब्लम को दूर करने में भी मदद मिलेगी। इस तरह कई और भी तरीकों की मदद से आप अपने कंपनी के माहौल को सही कर सकते हैं इसके बारे में विस्तार से जानकारी के लिए आप बिज़नेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा की ये वीडियो देख सकते हैं-
रोल मॉडल बनकर सामने आएं
अगर वर्कफोर्स एक लीडर को रोल मॉडल की तरह मानने लगे तो फिर कंपनी के नियमों और सिद्धांतों को एम्प्लॉइज के लिए अपनाना आसान हो जाता है। टॉप मैनेजमेंट को इस तरह से खुद को पेश करना चाहिए कि कंपनी का हर व्यक्ति उन्हें फॉलो करने का प्रयास करे। किसी भी कंपनी में टीम लीडर को कोच या ट्रेनर के रोल में रहना चाहिए। इससे कर्मचारियों का भरोसा आप पर बढ़ेगा। उन्हें समय-समय पर अच्छा माहौल दें। उनके लिए मोटिवेशनल सेशन या अन्य एक्टिवीटीज़ को आयोजित करा सकते हैं जिससे वर्कप्लेस में माहौल खुशनुमा बना रहेगा।
इन तरीकों के जरिए आप अपनी कंपनी में पॉजिटिव माहौल बना सकते हैं जिससे कंपनी और एम्प्लॉयी दोनों को आगे बढ़ने और बड़ी सफलता पाने में मदद मिलेगी। पॉजिटिव वर्क कल्चर में काम करना आज हर किसी की चाहत होती है। आप भले ही अपने एम्प्लॉयी को सैलरी कम दें लेकिन उन्हें अच्छा माहौल उपलब्ध कराएं ताकि कंपनी को अच्छी ग्रोथ मिल सके।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course) का चुनाव ज़रूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।