यूं तो क्रिकेट के मैदान पर कई बड़े खिलाड़ियों ने खेल के कई बड़े रिकॉर्ड कायम किए, लेकिन ऐसे कुछ ही नाम हैं, जिनकी पहचान क्रिकेट से नहीं बल्कि क्रिकेट की ही पहचान उनके नाम से होती है. ऐसे ही एक खिलाड़ी है महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni).
क्रिकेट की पिच पर अपने लंबे बालों के साथ जोरदार एंट्री करने वाले महेंद्र सिंह धोनी को शुरुआत में कुछ एक लोग ही जानते थे, लेकिन उन्होंने अपना परिचय अपने बल्ले से रनों की बौछार करके जरा अलग अंदाज में दिया था और तभी से एक के बाद एक कई रिकॉर्ड बनाए और बन गए भारतीय क्रिकेट टीम के कूल कप्तान माही.
मैच फिनिशर के तौर पर भी मशहूर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं.
जन्म: | 7 जुलाई 1981 (आयु 42 वर्ष), रांची |
माता-पिता: | पान सिंह धोनी, देवकी देवी |
टीम: | चेन्नई सुपर किंग्स (विकेटकीपर), भूतपूर्व भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम (कप्तान, विकेटकीपर) |
पत्नी: | साक्षी धोनी |
भाई-बहन: | नरेंद्र सिंह धोनी, जयंती गुप्ता |
ऊंचाई: | 5.9 Feet |
आपने धोनी के बारे में वैसे तो काफी कुछ सुना या पढ़ा होगा, लेकिन उनके बारे में कुछ ऐसी बातें भी हैं, जिन्हें शायद ही आप जानते होंगे. चलिए उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ ऐसे किस्से-कहानियाँ बताने जा रहे हैं, जो आपको अभी तक नहीं पता होंगे.
1. तीनों बड़ी ट्रॉफी पर जमाया कब्ज़ा
झारखण्ड के रहने वाले धोनी, जब क्रिकेट के मैदान पर पहुंचे तो शायद ही किसी ने अंदाजा लगाया होगा कि साधारण सा दिखने वाला यह क्रिकेटर एक दिन इतिहास रचने का काम करेगा.
महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे कप्तान रहे हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रॉफी पर अपना कब्ज़ा जमाया है. इंडियन टीम के कप्तान रहते हुए धोनी ने आईसीसी की वर्ल्ड टी-20 (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
2. जीरो से मैच फिनिशर तक का सफर किया तय
महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट के मैदान से लेकर करोड़ों लोगों के दिलों पर राज़ किया है, लेकिन उन्होंने जिस तरह से अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था, उसे देख कर शायद ही किसी ने अंदाजा लगाया होगा कि यह लड़का एक दिन करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगा.
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अपने पहले इंटरनेशनल डेब्यू मैच में धोनी को बांग्लादेश के खिलाफ खेलने का मौका मिला, जिसमें धोनी 7वें नंबर खेलने आए और पहली ही बॉल पर रन ऑउट होकर वापस पवेलियन लौट गए. लेकिन शुरुआत भले ही खराब रही हो, उसके बाद धोनी ने हमेशा ही विपक्षी टीम के स्टेडियम पर छक्के छुड़ाने का काम किया और आज वो अपने बेहतरीन प्रदर्शन से एक अनोखा रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं.
3. क्रिकेट नहीं था पहला प्यार
माही को बचपन में क्रिकेट से जरा भी दिलचस्पी नहीं थी. क्रिकेट के बजाय उन्हें फुटबॉल और बैडमिंटर खेलना ज्यादा पसंद था. सबसे ज्यादा प्यार माही फुटबॉल से करते थे और उनका यह प्यार समय-समय पर दिखायी भी देता था. वह अपने स्कूल में गोलकीपर थे. क्रिकेट की उन्हें कोई खास जानकारी नहीं थी, लेकिन उनके कोच द्वारा उन्हें एक बार क्रिकेट खेलने किसी टीम के साथ भेजा गया.
धोनी का अच्छा प्रदर्शन देख कर सभी दंग रह गए और उन्हें क्रिकेट के प्रति भी रूझान रखने की सलाह दी गई. इसके बाद धोनी ने क्रिकेट की ओर रुख किया और आज पूरी दुनिया उनके खेल की गवाह है.
4. लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि से हुए सम्मानित
महेंद्र सिंह धोनी दूसरे ऐसे भारतीय क्रिकेटर है, जिन्हें इंडियन टैरेटेरी से लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि मिली है.
1 नवम्बर 2011 धोनी को भारतीय सेना की ओर से इस खास रैंक से सम्मानित किया गया और उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल बनाया गया. इससे पहले कपिल देव को इस सम्मान से नवाज़ा जा चुका है.
धोनी ने एक बार बात करते हुए कहा था कि वह भारतीय सेना में शामिल होना चाहते थे. यह उनका बचपन का सपना था, जो अब पूरा हुआ है.
5. सचिन तेंदुलकर ने सुझाया था कप्तान के लिए नाम
धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे सफल कप्तान माना जाता है क्योंकि परिस्थियाँ चाहे कैसी भी क्यों न हों, वह हमेशा शांत स्वभाव में रहते हैं और सोच समझकर ही किसी भी निर्णय को लेते हैं. इसी वजह से उन्हें कैप्टन कूल के नाम से भी जाना जाता है.
धोनी के इसी गुण को पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने पहचाना था और धोनी का नाम टीम के कैप्टन के तौर पर आगे दिया था. इसके बाद हम सभी ने उनकी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम को इतिहास रचते देखा है.
6. हैलीकॉप्टर शॉट से कराया परिचय
आप क्रिकेट के कई बड़े शॉट्स को पहचानते होंगे, लेकिन क्रिकेट को हैलीकॉप्टर शॉट की सौगात महेंद्र सिंह धोनी ने ही दी है. माही ने अपने इस हैलीकॉप्टर शॉट से कई बार मैच कै साथ ही अपने फैंस के दिलों को भी जीता है. धोनी ने इस शॉट्स को अपने दोस्त और झारखण्ड टीम के पूर्व क्रिकेटर संतोष लाल से सीखा था.
7. बाइक के लिए अनोखी दीवानगी
महेंद्र सिंह धोनी की दीवानगी सिर्फ क्रिकेट के लिए ही नहीं है, उनकी यह दीवानगी बाइक्स के लिए भी अक्सर देखी गई है. धोनी एक से बढ़ कर एक बाइक्स का कलेक्शन अपने पास रखते हैं. हार्ले डेविडसन से लेकर डुकाटी तक, धोनी के पास हर तरह की बाइक आपको मिल जायेगी.
धोनी के पास 23 से भी ज्यादा बाइक्स हैं और जब भी उन्हें समय मिलता है वह अपनी पसंददीदा बाइक पर घूमने निकल पड़ते हैं.
8. ब्रांड एम्बेसेडर की रेस में भी हैं आगे
माही क्रिकेट की पिच पर तो सबसे आगे रहते ही हैं, साथ ही ब्रांड एंडोर्समेंट की रेस में भी धोनी सबसे आगे रहते हैं. शाहरूख खान के बाद महेंद्र सिंह धोनी दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं, जो सबसे ज्यादा ब्रांड के एम्बेसेडर हैं.
धोनी 20 ब्रांड का विज्ञापन करते हैं, जब्कि शाहरूख के पास 21 ब्रांड्स हैं. धोनी के 20 ब्रांड्स में इंडस्ट्री के बड़े नाम शुमार हैं, जिनका विज्ञापन करने का काम धोनी करते हैं.
9. दोस्ती दिल से निभाते हैं माही
महेंद्र सिंह धोनी को उनका व्यक्तित्व सबसे अलग बनाता है. महेंद्र सिंह धोनी ऐसे लोगों में शुमार हैं, जो जिंदगी में इतनी शोहरत पाने के बाद भी अपनी जमीन से जुड़ाव नहीं भूलते हैं और न ही अपने दोस्तों को भूलते हैं. बुरे वक्त में अपने दोस्तों के सबसे ज्यादा करीब होते हैं. धोनी के दोस्त संतोष जब बीमार अवस्था में थे, तो धोनी ने ही उनके इलाज की जिम्मेदारी ली थी.
महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट के ग्राउंड पर हमेशा ही अपना उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया है. जब भी भारतीय टीम हार के मुहाने पर पहुंची है, माही ने हमेशा ही मैच फिनिशर के रूप में टीम को जीत दिलायी है.
धोनी बेहद साधारण और शांत स्वाभाव के व्यक्ति हैं. वह खुद को पल दो पल का शायर बताते हैं, लेकिन उनकी हस्ति क्रिकेट जगत में हमेशा ही बड़ा कद बनाए रखेगी.