इन 3 गुणों के साथ आप भी बन सकते हैं मोटिवेशनल स्पीकर
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इतने ज्यादा तनाव ग्रस्त हो गए हैं कि उनके अंदर मोटिवेशन की कमी हो गई है। आज लोगों पर निराशा-हताशा इस कदर हावी हो गई है कि वो ड्रिप्रेशन और अकेलेपन का शिकार हो गए हैं। लोगों को समझ नहीं आ रहा कि वो कहां जाए, किससे अपनी बात कहें। आज सोशल मीडिया पर कहने को तो लाखों करोड़ों में फॉलोवर्स हैं लेकिन हकीकत में इतना शोर है कि लोगों के अंतर्मन की आवाज कहीं गुम हो गई है। उनकी इसी आवाज़ को आगे लाने का काम आज मोटिवेशनल स्पीकर कर रहे हैं। मोटिवेशनल स्पीकर के सेमिनार में लोगों की भीड़ इस बात का संकेत करती है कि आज उन्हें प्रेरणा की, सही मोटिवेशन और गाइडेंस की कितनी ज्यादा ज़रूरत है। इसीलिए आज मोटिवेशनल स्पीकर का क्षेत्र एक प्रोफेशलनल करियर का रूप ले चुका है। इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं है लेकिन फिर भी यह सुनने में भले ही आसान लगे लेकिन एक मोटिवेशनल स्पीकर का काम काफी कठिन होता है। लोगों को प्रेरित करने व अपनी बातों को उदाहरणों के जरिए साबित करने के लिए उसकी जानकारी काफी अच्छी होनी चाहिए। मोटिवेशनल स्पीकर (Motivational Speaker) को देश-प्रदेश के अलग-अलग समाज, कल्चर, लाइफ स्टाइल आदि के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसलिए आज के इस लेख में हम आपको तीन ऐसे प्रमुख गुण बताएंगे जो एक मोटिवेशनल स्पीकर के अंदर ज़रूर होने चाहिए।
1. सरल और स्पष्ट भाषा का प्रयोग करें
मोटिवेशनल स्पीकर बनने के लिए आपके पास ऐसी कला होनी चाहिए जिससे लोग आपकी बातों से खुद को रिलेट कर सकें। अगर आप एक सफल पब्लिक स्पीकर बनना चाहते हैं तो आपको स्टेज पर बोलते समय हमेशा सरल शब्दों का उपयोग करना चाहिए। आपको ऐसे शब्दों का उपयोग करने से बचना चाहिए जो ऑडियंस को समझ ही न आये। हमेशा ऑडियंस को उनकी भाषा में ही समझाए। अपने भाषण में सरल शब्दों का प्रयोग करके ही आप अपने भाषण को ज्यादा प्रभावीशाली बना सकते हैं। यही नहीं आप ऐसे कठिन शब्दों का प्रयोग करने से बचें, जिसे ऑडियंस समझ ही न पाए। आप लोकल भाषा का प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप एक सफल मोटिवेशनल स्पीकर बनना चाहते हैं तो हमेशा सरल शब्दों का प्रयोग करें , ताकि आपकी बात ज्यादा से ज्यादा लोगों को समझ आ सकें।
2. कॉन्फिडेंस है ज़रूरी
मोटिवेशनल स्पीकर (Best Motivational Speaker In India) बनने के लिए आपको पब्लिक स्पीकिंग में कॉन्फिडेंट होना चाहिए। अपनी स्पीच और लेक्चर देते समय सही वॉयस मॉड्यूलेशन में सही बॉडी लैंग्वेज के साथ ऑडियंस से इंटरैक्ट करना चाहिए। अगर आप खुद ही घबरा जाएंगे और अटक-अटक कर बोलेंगे तो सुनने वाले आपसे जुड़ नहीं पाएंगे। उन्हें आप पर विश्वास नहीं हो पाएगा। जिसकी वजह से आप एक अच्छे स्पीकर नहीं बन पाएंगे। आप शुरुआत में कागज पर पॉइंटर्स बनाकर देख सकते हैं इससे आपको मदद मिलेगी लेकिन पूरा का पूरा भाषण कागज से देखकर बोलना बिल्कुल भी उचित नहीं है। अगर आप अपने ऑडियंस के दिल में अपनी एक अलग छाप छोड़ना चाहते हैं तो हमेशा उनके सामने बोलते समय आँख मिलाकर बात करें ताकि उन्हें यह महसूस न हो कि आप उनसे बचने का प्रयास कर रहे हैं । जब आप ऑडियंस से नजरें मिलाकर अपनी बात करोगे तो आपके अंदर खुद ब खुद आत्मविश्वास पैदा हो जाएगा। इस तरह आप उनसे कनेक्ट कर सकते हैं ।
3. विषय की पूरी जानकारी रखें
अगर आप एक अच्छा मोटिवेशनल स्पीकर बनना चाहते हैं तो अपने विषय की पूरी जानकारी रखें। अपने लेक्चर की शुरूआत हमेशा उसी विषय से करें जिसे आप अच्छी तरह जानते हो। यदि आपको ही आपके विषय का ज्ञान नहीं होगा तो अन्य लोगों को यह समझाने में काफी कठिनाई होगी। इसके लिए आप पहले से ही टॉपिक निर्धारित कर सकते हैं। उन विषयों की एक लिस्ट बनाएं जिनके बारे में आप अच्छे से जानते हैं और जिन्हें आप दूसरों के साथ साझा करना चाहते हैं। इस बात का भी ध्यान रखें कि आप जो विषय बताने जा रहे हैं वो दूसरों से अलग हो।
हर व्यक्ति चाहता है कि वो अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य करें। यदि आप मोटिवेशनल स्पीकर बनना चाहते हैं तो इन तीन गुणों को अपने जीवन में उतार लें। यह तीन बातें आपको अच्छा मोटिवेशनल स्पीकर बनने में मदद करेंगी। आप इनके जरिए अपनी अलग पहचान बना सकते हैं और दूसरों के जीवन में भी मोटिवेशन भर सकते हैं।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course) का चुनाव जरूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं ।