Humor Marketing को मार्केटिंग स्ट्रेटेजी में शामिल करना कैसे फायदेमंद होता है?
मानव जीवन में ह्यूमर का विशेष महत्व होता है। बोरिंग दिखने वाले विज्ञापन कई बार कंपनियों की ब्रांडिंग पर विपरीत असर डालते हैं। यही कारण है कि आज कम्पनियां अपने विज्ञापनों (चाहे वो इमेज हो या वीडियो) को तैयार करते समय ह्यूमर डालने और विज्ञापन को रोचक बनाने का पूरा प्रयास करती हैं।
क्योंकि मार्केटिंग का यह तरीका लोगों को विज्ञापनों को लंबे समय तक याद रखने में कारगर साबित होता है। शायद यही एक कारण है कि ह्यूमर मार्केटिंग (Humor Marketing) का उपयोग करने वाली कंपनियां आज अधिक सफल हो रही हैं।
आइये इस लेख में जानते हैं हास्य विपणन (Humor Marketing) क्या है? और इसे मार्केटिंग रणनीति में शामिल करना क्यों फायदेमंद है, आइए इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं-
क्या है ह्यूमर मार्केटिंग (Humor Marketing)?
आपमें से कई लोगों ने फेविकोल के विज्ञापन देखे होंगे। फेविकोल ने हमेशा अपने विज्ञापन में हास्य का इस्तेमाल किया है और यही कारण है कि हम आज भी फेविकोल के विज्ञापनों को याद करते हैं।
जब कोई कंपनी मार्केटिंग में हास्य का उपयोग करती है तो इसे ह्यूमर मार्केटिंग (Humor Marketing) कहते हैं।
ह्यूमर मार्केटिंग के फायदे
आज मार्केटिंग में ह्यूमर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जा रहा है। जानिये इसके फायदे –
- इंगेजमेंट बढ़ता है :
आपने विज्ञापनों की लाइन्स सुनी होंगी। जैसे- दिमाग की बत्ती जला दे। जुबान पर लगाए लगाम। लोगों ने इन लाइन्स को अपनों से मजाक करते समय बहुत इस्तेमाल किया। जब भी मार्केटिंग में ह्यूमर का इस्तेमाल किया जाता है, तो उससे ऑडियंस में इंगेजमेंट बढ़ता है और वे उस प्रोडक्ट को कभी ना कभी ज़रूर इस्तेमाल करते हैं।
- ब्रांड ज्यादा वायरल होता है :
यदि आप अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बदलना चाहते हैं, तो आपकी पहली प्रायोरिटी होगी कि आप वायरल हो जाएँ। आज इंटरनेट और सोशल मीडिया के कारण ह्यूमरस कंटेंट जल्दी और ज्यादा से ज्यादा वायरल हो जाता है। आज लोग ह्यूमर से भरा कंटेंट ज्यादा से ज्यादा शेयर करते हैं।
- लोगों का ध्यान खींचता है :
हमने शुरू में फेविकोल की बात की थी। उसके अलावाआपको मेलोडी का वो विज्ञापन भी याद होगा, जिसमें कोई दुकानदार से पूछता है कि हम मेलोडी क्यों खाते हैं। जब आप इस तरह के यूनिक आईडिया के साथ मार्केटिंग में ह्यूमरस कंटेंट का इस्तेमाल करते हैं, तो वो लोगों के ध्यान में ज्यादा समय तक बना रहता है और उसका सीधा फायदा ब्रांड की सेल्स में होता है।
- कॉस्ट इफेक्टिव :
जितनी कॉस्ट मार्केटिंग के दूसरे तरीकों की होती है, उतनी ही कॉस्ट ह्यूमर मार्केटिंग की होती है। इसमें बस आपको सामान्य कंटेंट की जगह ह्यूमर का इस्तेमाल करना होगा। वहीं मार्केटिंग के दूसरे तरीकों के मुकाबले ह्यूमर मार्केटिंग ब्रांड्स के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है।
ह्यूमर मार्केटिंग करते समय रखें इन बातों का ख्याल
ह्यूमर मार्केटिंग को इम्प्लीमेंट करते समय कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है, जो इस प्रकार हैं –
- आईडिया सिंपल हो :
ह्यूमर मार्केटिंग का मुख्य उद्देश्य होता है। ब्रांड को लोगों के बीच में पॉपुलर और यादगार बनाना। इसके लिए सबसे ज़रूरी है कि कैंपेन का आईडिया सिंपल हो। कई बार किसी विज्ञापन की देखकर आप समझ नहीं पाते हैं कि ये विज्ञापन किस सामान से जुड़ा है, इसका कारण होता है कि वो आईडिया कॉम्प्लिकेटेड है। इसलिए आईडिया जितना सिंपल होगा, उतना ही ज्यादा हिट होगा।
- दूसरों की भावनाएं आहत ना करें :
आज के समय में लोग किसी भी बात से आहत हो सकते हैं, इसलिए आपको यह ध्यान रखना होगा कि आपके ह्यूमर से किसी और की भावनाएं आहत ना हों। यदि ऐसा होता है तो इससे लोगों में आपके ब्रांड की नकारात्मक छवि बन जाती है।
ह्यूमर आज के समय में मार्केटिंग का सबसे पावरफुल तरीका है। यदि आप इन सब बातों को ध्यान में रखते हैं, तो आपके सेल्स में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है।