कोई भी व्यक्ति जन्म से ही लीडर नहीं होता है। वो समय और अनुभव के साथ अपने अंदर लीडरशिप के गुण विकसित करता है। लीडर होने के लिए आपको कोई मैनेजर या सीईओ होने की ज़रूरत नहीं होती है। कोई भी व्यक्ति लीडर बन सकता है। किसी भी बिज़नेस में एक अच्छे लीडर की हमेशा ही ज़रूरत होती है क्योंकि एक अच्छे लीडर के पास ऑर्गेनाइजेशन को टॉप पर पहुंचाने का हुनर होता है। उसकी पर्सनेलिटी में कुछ खास बातें होती हैं, जो उन्हें दूसरों से अलग करती हैं। उसके पास कई सालों का गहरा अनुभव होता है, जिसे वह अपने आस-पास के लोगों से सीखता है और उसे व्यवहार में लाता है। आज जिस तरह से अच्छे एम्पलॉयी कंपनी में काम करते हुए जॉब छोड़ कर चले जाते हैं उसका सीधा असर कंपनी की ग्रोथ पर पड़ता है। हर कंपनी में अच्छे एम्पलॉयी की जरुरत होती है और अच्छे एम्पलॉयी को रोके रखने में एक लीडर अहम भूमिका निभाता है। अगर लीडर अच्छा होता है तो वो ऑर्गेनाइजेशन छोड़ने वाले एम्पलॉयी के मन की बातों को समझकर उसे समझाता है और उसे रोक भी लेता है। खुद को अच्छा लीडर बनाने के लिए आज मार्केट में कई लीडरशिप स्पिकर (Leadership Speaker) मौजूद है जिन्हें सालों का अनुभव होता है। आप इन लीडरशिप स्पीकर से मिलकर अपने अंदर कुछ गुण विकसित कर सकते है। अगर आप भी एक अच्छा लीडर बनना चाहते हैं तो हमेशा सीखने के लिए तैयार रहें। इसके साथ ही सुनने की कला विकसित करें। टीम को साथ लेकर आगे बढ़ें। आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिनकी मदद से आप एक अच्छे लीडर बनकर टीम को छोड़ने वाले एम्पलॉयी को रिटेन कर सकते हैं।
1. कम्युनिकेशन स्किल
कोई भी एम्पलॉयी किसी भी टीम या ऑर्गेनाइजेशन को इसलिए छोड़ता है क्योंकि उसकी बात सुनने वाला वहां कोई नहीं होता। कोई भी उसकी समस्याओं को नहीं सुनता है। इसलिए अच्छा पैकेज देखकर या अन्य निजी कारणों से एम्पलॉयी जॉब को बदलने का निर्णय ले लेते हैं। ऐसे में अगर लीडर की कम्युनिकेशन स्किल अच्छी है तो वो उसे बातों के जरिए रूकने के लिए मना सकता है। अगर आप एक बेहतरीन लीडर बनना चाहते हैं और अपने एम्पलॉयी को रिटेन करना चाहते हैं तो आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल को और बेहतर बनाना चाहिये। आप अपने टारगेट को अचीव करना चाहते हैं, तो कम्युनिकेशन स्किल को निखारने पर पूरा ध्यान दें। इस क्रम में यह जानना बेहद जरूरी है कि कम शब्दों में और स्पष्ट रूप से आपको कैसे बात करनी है। अगर आप अपनी टीम के साथ अपने विज़न को सही से बता नहीं सकते तो इसका असर भी आपकी टीम पर ही पड़ेगा। इसलिए अपनी इस स्किल को डेवलप करें, अपने एम्पलॉयी के साथ बात करें, उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान दें।
2. स्वभाव में विनम्रता और विचारों में स्वतंत्रता
अच्छे लीडर्स की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि वो स्वभाव से बहुत विनम्र और खुले विचारों वाले होते हैं। जिस संस्थान में लीडर खुलकर अपनी बात कहते हैं वहां काम करने वाले एम्पलॉयी को उस कंपनी में अपनेपन का एहसास होता है। लीडर को अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी काम ईमानदारी के साथ करना चाहिए। अच्छे लीडर एम्पलॉयी के बीच खुद की सफलता की तलाश नहीं करते हैं। वो दूसरों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। वे सफलता का सही मतलब टीम और संगठन के सफल होने में ढूंढ़ते हैं। वे सफलता का क्रेडिट सबको देते हैं, लेकिन असफलता के लिए खुद को दोषी ठहराते हैं। अच्छा लीडर फैसला लेने के समय में शानदार परफॉर्मेंस देता है । इससे एम्पलॉयी का आप पर विश्वास बढ़ता है और वो कभी टीम को छोड़कर नहीं जाना चाहता है।
3. लगातार सीखने के लिए प्रेरित करें
किसी भी कंपनी में एम्पलॉयी तभी तक रुकना चाहते हैं जब तक उन्हें हर पल कुछ नया सीखने को मिलता है। अगर कंपनी में लर्निंग बंद हो जाए तो एम्पलॉयी को काम करने में मन नहीं लगता है। जिसके चलते वो जॉब बदलने के नए-नए बहाने तलाशने लगता है। ऐसे में यह लीडर का दायित्व है कि वो एम्पलॉयी के बीच उत्साह जगाए। उन्हें काम में रिस्क लेने के लिए प्रेरित करे। उनका मार्गदर्शन करें। आप चाहें तो डॉ विवेक बिंद्रा जी के होने वाले प्रोग्राम (LFP Bada Business) का हिस्सा बन सकते हैं। लीडर को सही समय पर रिस्क ज़रूर लेना चाहिए और अपनी टीम के सभी लोगों को रिस्क लेना सिखाना चाहिए। तभी जाकर वो नए-नए विषय के बारे में सीख पाएंगे। इसलिए अपनी टीम को नया करने के लिए प्रेरित करें। ताकि उनका मन काम में लगा रहे और वो जॉब चेंज करने का ख्याल दिमाग से निकाल दें।
4. काम की प्रशंसा करें
हर किसी को अपनी तारीफ सुनना पंसद होता है। तारीफ ऐसी चीज है, जो सामने वाले को प्रोत्साहित तो करती ही है साथ ही इससे लोगों में जुड़ाव महसूस होता है। ऐसे में अगर आप छोटे-छोटे कामों के लिए भी एम्पलॉयी की तारीफ करेंगे तो उन्हें अच्छा लगेगा। इससे वो ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित होंगे। अक्सर खुद को नज़रअंदाज होता देखकर या अपने काम की सराहना न होते देखकर एम्पलॉयी के मन में अविश्वास की भावना उत्पन्न हो जाती है। वो नई जगह की तलाश करने लग जाता है जहां उसके काम की वेल्यू हो। इसलिए अपने एम्पलॉयी को रिटेन करने के लिए उनके काम की तारीफ करें। उन्हें रिवॉर्ड और रिकॉग्नाइजेशन के जरिए प्रोत्साहित करें। समय-समय पर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। ऐसा करने से एम्पलॉयी का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वो हर काम को जूनून से करेगा।
ऊपर बताई गयी बातों को ध्यान में रखकर आप एक अच्छा लीडर बन सकते हैं। कंपनी छोड़कर जाने वाले एम्पलॉयी को रोक सकते हैं। उन्हें कंपनी की ग्रोथ में शामिल कर सकते हैं। लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Leadership funnel program का चुनाव जरूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुणा बढ़ा सकते हैं। इस प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें: https://www.badabusiness.com/lfp?ref_code=SM&pp_code=BHBB000078