लीडर्स हर संकट में खुद को बखूबी साबित करते है. वर्तमान समय भी कुछ ऐसा ही है, जब कोरोना संकट में भी उद्यमी कई तरह के पैंतरे अपनाकर अपना बिजनेस चला रहे है. हर उद्यमी के लिए आज का वक्त अत्यधिक सतर्क, लचीला और अनुकूल होने का है. परिस्थितियों के प्रति उठाया गया हर कदम बिज़नेस का भविष्य तय करेगा. जिन उद्यमियों ने वास्तविकता को स्वीकार किया, वह आज भी बिजनेस में घाटे से दूर है.

बिज़नेस में यह बात बिलकुल सही है कि पैसे खर्च करना हमेशा आसन होता है, लेकिन उन्हीं पैसे से कमाना बहुत कठीन बात है. लेकिन दुनिया में शायद ही ऐसा कोई कारोबारी हो जो बिना स्ट्रगल किए शिखर तक पहुंचा हो. यहां उद्यमियों के लिए कुछ तरीके बताये गए है, जिसे फ़ॉलो करके वर्तमान संकट को अवसर में बदला जा सकता हैं.

संकट प्रबंधन टीम का गठन

कभी भी एक टीम के साथ संकट का सामना करना बेहतर होता है. एक संकट प्रबंधन टीम उद्यमी की सबसे बड़ी ताकत बन सकती है. इस में विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ-साथ उनके प्रमुख लोग शामिल होने चाहिए. आपकी विशेषज्ञता से बाहर के क्षेत्रों के लिए बाहरी सलाहकारों से भी मदद ली जा सकती है. यह टीम जवाबदेही, विचार-विमर्श के बजाय हल करने पर ध्यान केंद्रित करेगी और बेहतरीन समाधान खोज निकालेगी, जो कारोबार को न केवल संकट से उबारकर मुनाफे की ओर ले जाएगी बल्कि भविष्य की रणनीति भी तय करेगी.

कम्युनिकेशन का सही उपयोग

आतंरिक और बाहरी कम्युनिकेशन में ईमानदारी और पारदर्शिता हर उद्योग के लिए सर्वोपरि होन चाहिए. स्पष्टता संकट से बाहर निकलने की कुंजी सभीत हो सकती है. उद्यमी को सभी को स्पष्ट कर देना चाहिए कि स्थिति अनुकूल नहीं है और कंपनी की प्राथमिकताएँ हालात को सामान्य करने के लिए स्थानांतरित हो सकती हैं. विक्रेताओं को भरोसे में लें, आप समर्थन मांग सकते हैं और बदले में उनका समर्थन कर सकते हैं. एक मजबूत और पारदर्शी संचार प्रणाली उद्योग की रोजमर्रा की अड़चनों से निपटने में मदद करेगी. स्पष्टता कर्मचारियों, विक्रेताओं और अन्य हितधारकों को संकट के दौरान सहायता देने और प्राप्त करने में भी मदद करती है. सही कम्युनिकेशन निर्णय लेने में मदद करेगा. यह बात भले ही अटपटी लगे, लेकिन बेहतर भविष्य की योजना के लिए कड़वी परिस्थितियों का सामना करना बेहतर होता है.

आपात निधि की योजना

छोटे व्यवसायों के पास शायद ही कभी संकट से निपटने के लिए ऐसा कोई फंड होता है. हालांकि कोरोना संकट के दौरान कई व्यवसायों ने इस आपात फंड की अहमियत को समझ लिया है. चूंकि हमें पता नहीं है कि यह संकट कितने समय तक रहेगा, इसलिए लिक्विड फंड को कुछ महीनों के लिए बढ़ाने में ही समझदारी है. आपकी आकस्मिकता निधि कुछ महीने तक व्यवसाय चलाने के लिए होनी ही चाहिए, साथ ही कुछ महीनों के लिए आपातकालीन निधि भी होना जरुरी है. क्योकि आज मार्किट अस्थिर है, आय घटने से निवेश कम हो रहा है.

हर दिन की अलग योजना बनाएं

हर उद्यमी के लिए अनिश्चितता अपने साथ भय और कई तरह की समस्याएं लाती है. आज का वक्त दीर्घकालिक योजनाओं को भूलने का है, फ़िलहाल के लिए उद्यमियों को प्रत्येक दिन की योजना बनानी चाहिए. ऐसे कई उद्यमी है जो कोरोना काल में बैकफूट पर चले गए है. यह अनिश्चितता को गले लगाने का समय है. उद्यमियों को भविष्य के लिए अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को संभालकर रखना चाहिए और बिना समय बर्बाद किए अपनी सारी ऊर्जाओं को वर्तमान में लगाएं. हालांकि उम्मीद यही है कि स्थिति आने वाले साल में सामान्य हो जाएगी. लेकिन तब तक मौजूदा स्थिति से साहस और कार्रवाई से निपटा जाना चाहिए.

कोरोना को बनाएं मौका

ऑनलाइन व्यापार में बदलाव के लिए कोरोना काल एक सही समय है. इस मौके का फायदा उठाये और अपने बिज़नेस को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बहुत अधिक सक्रीय बनायें, इससे आपके प्रोडक्ट की अच्छी कीमत मिलेगी और ग्राहक भी बड़ी संख्या में बढ़ेंगे. इस दौरान बी2बी ई-कॉमर्स को कभी नहीं भूले. डिजिटल लीड से आगे बढ़ाने का जरिया बनाये.