कृषि क्षेत्र की वर्तमान स्थिति:

  • गडकरी के अनुसार, भारत की 65 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है, लेकिन यह क्षेत्र GDP में केवल 12 प्रतिशत का योगदान देता है।
  • इसके विपरीत, विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 22 से 24 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र का योगदान 52 से 54 प्रतिशत है।

कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए सुझाव:

  1. नई तकनीकों का उपयोग: गडकरी ने किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीकों को अपनाने की सलाह दी है।
  2. ऊर्जा उत्पादन में योगदान: उन्होंने किसानों को हरित हाइड्रोजन और एथेनॉल के उत्पादन में योगदान देने का सुझाव दिया है, जिससे कृषि क्षेत्र की आय में वृद्धि हो सकती है।
  3. सिंचाई में ड्रोन का उपयोग: सिंचाई में ड्रोन के उपयोग से किसानों के खर्च को कम किया जा सकता है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

सरकार की पहल:

  • गडकरी ने बताया कि सरकार सिंचाई क्षेत्र को मजबूत करने पर काम कर रही है और दुनिया की बेहतरीन तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
  • उन्होंने कहा कि कृषि आधारित अर्थव्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक रोजगार के अवसर पैदा करेगी।

अतिरिक्त बिंदु: कृषि उत्पादों में मूल्य संवर्धन (Value Addition)

  • गडकरी ने यह भी सुझाव दिया कि भारत में कृषि उत्पादों का मूल्य संवर्धन (Value Addition) करके किसानों की आय में भारी वृद्धि की जा सकती है।
  • उन्होंने उदाहरण दिया कि यदि किसान केवल टमाटर उगाने के बजाय उससे सॉस या केचप बनाने जैसे प्रोसेसिंग कार्यों में भाग लें, तो उन्हें उसका कई गुना लाभ मिल सकता है।
  • इसके लिए सरकार को ग्रामीण स्तर पर फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स, कोल्ड स्टोरेज, और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट उपलब्ध कराना चाहिए, ताकि किसान अपनी उपज का अधिकतम मूल्य प्राप्त कर सकें।

निष्कर्ष:

GDP में कृषि क्षेत्र का योगदान बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग, ऊर्जा उत्पादन में किसानों की भागीदारी और सिंचाई में आधुनिक उपकरणों का उपयोग आवश्यक है। इन उपायों से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।