हर किसी का सपना होता है कि वो अपने करियर में सफल हो. इसी सफलता को हासिल करने के लिए कई लोग शुरुआत करते हैं स्टार्टअप की. लेकिन कुछ समय बाद उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. जिससे परेशान हो कर वो अपने स्टार्टअप को कुछ ही समय में बंद कर देते है और दोबारा नौकरी या दूसरें ऑप्शन को खोजने लगते हैं. यदि आप भी अपना स्टार्टअप बिज़नेस शुरु करने का विचार कर रहें है तो आपको पता होना चाहिए की इसमें आपकी मदद सरकार भी कर सकती है. समय की जरूरत को देखते हुए सरकार ने लगभग सभी क्षेत्रों के स्टार्टअप्स के लिए कई सरकारी योजनाएं शुरू की हैं.  आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि उन सभी सरकारी योजनाओं के बारे में. तो आइए जानते हैं कौन सी योजनाएं है जिसकी सहायता से आप अपने स्टार्टअप को एक गति दे सकते हैं.

  • प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

इस योजना के तहत लघु उद्योगों को 10 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है. साथ ही 3 कैटेगरी में लोन दिए जाते हैं. शिशु को 50 हजार तक, किशोर को 5 लाख तक और तरुण को 10 लाख तक का लोन दिया जाता है. आप स्मॉल बिजनेस स्टार्टअप प्लान की ज्यादा जानकारी के लिए बिज़नेस कोच  की मदद भी ले सकते हैं.

  • स्टैंडअप योजना

इस सरकारी योजना की शुरुआत अप्रैल 2016 में हुई थी. इसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाता है कि हर ब्रांच से कम से कम एक अनुसूचित जाति/जनजाति के व्यक्ति और एक महिला को बैंक से लोन मिले. यह लोन 10 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक हो सकता है.यह लोन ग्रीनफील्ड एंटरप्राइज स्थापित करने के लिए दिया जाता है.

  • क्रेडिट गारंटी स्कीम

इस योजना का लाभ अति-लघु और लघु एंटरप्राइज उठा सकते हैं. क्रेडिट डिलिवरी सिस्टम को मजबूत करने और एमएसई सेक्टर को क्रेडिट उपलब्ध कराने के लिए इस योजना को शुरु किया गया है.

  • इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट स्कीम

नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन ने सूक्ष्म लघु, लघु और मध्यम एंटरप्राइज के लिए इस सरकारी योजना को लॉन्च किया है. इस योजना में 467 स्कवेयर फीट से लेकर 8,657 स्कवेयर फीट तक जगह उपलब्ध कराई जाती है. इसमें 6 महीने का किराया सिक्यॉरिटी डिपॉजिट के तौर पर जमा करना होता है जो कि जगह छोड़ने पर यह वापस मिल जाता है. इसका नोटिस पीरियड 90 दिनों का होता है.

  • मल्टीप्लायर ग्रांट्स स्कीम

इस योजना के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने 2013 में इसकी शुरुआत की थी. इसके अंतर्गत एक औद्योगिक इकाई हर प्रोजेक्ट के लिए 2 करोड़ रुपए का और आद्योगिक इकाईयों के संघ को 4 करोड़ रुपए तक का अनुदान मिलता है.

भारत सरकार आत्मनिर्भर भारत और स्टार्टअप इंडिया की परिभाषा को सार्थक करने हेतु स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही है. इन योजनाओं का आप भी लाभ उठा सकते हैं. इन योजनाओं के जरिए आप अपने बिज़नेस को बढ़ा कर अपनी सफलता की कहानी लिख सकते हैं. स्टार्टअप को सफल बनाकर आप दूसरों के लिए प्रेरणा भी बन सकते हैं उन्हें मोटिवेट भी कर सकते हैं.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किसी कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको BCP Bada Business (Business Coaching Program)  का चुनाव जरूर करना चाहिए. जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.