भारत में मोबाइल फोन के माध्यम से डिजिटल भुगतान में जुलाई से दिसंबर 2024 के बीच उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिसमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने प्रमुख भूमिका निभाई है।
UPI लेन-देन में ऐतिहासिक वृद्धि
- दिसंबर 2024 में, लेन-देन की संख्या 16.73 अरब तक पहुंच गई, जो अप्रैल 2016 में इसकी शुरुआत के बाद से सबसे अधिक है
- इस दौरान, लेन-देन का कुल मूल्य 23.25 लाख करोड़ रुपये रहा, जो नवंबर 2024 के 21.55 लाख करोड़ रुपये से 8% अधिक है
- 2024 में कुल मिलाकर,UPI लेन-देन की संख्या 172 अरब रही, जो 2023 के 118 अरब लेन-देन की तुलना में 46% अधिक है
दैनिक लेन-देन और औसत मूल्य में वृद्धि
- दैनिक आधार पर दिसंबर 2024 में UPI के माध्यम से औसतन 54 करोड़ लेन-देन हुए, जिनका कुल मूल्य 74,990 करोड़ रुपये थ।
- प्रति लेन-देन औसत मूल्य सितंबर तिमाही के 1,393 रुपये से बढ़कर दिसंबर तिमाही में 1,400 रुपये हो गया
UPI की वैश्विक स्वीकृत
- भारत में UPI की सफलता ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई अब यह फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, श्रीलंका, मॉरीशस, भूटान और नेपाल जैसे देशों में भी स्वीकार किया जा रहा है
निष्करष
- जुलाई से दिसंबर 2024 के बीच मोबाइल फोन के माध्यम से डिजिटल भुगतान में 41% की वृद्धि ने भारत को डिजिटल अर्थव्यवस्था की दिशा में और मजबूत कियाह।
- UPI की बढ़ती लोकप्रियता और अंतरराष्ट्रीय स्वीकृति से स्पष्ट है कि भारत डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनने की ओर अग्रसरहै।