नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बीच टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत मिली है. जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने बताया है कि एकमुश्त कर योजना यानि कंपोजिशन स्कीम अपनाने वाले टैक्सपेयर्स अब शून्य देनदारी होने पर एसएमएस के जरिये तिमाही रिटर्न भर सकते है. जीएसटीएन ने यह व्यवस्था शुरू कर दी है.

पीटीआई के मुताबिक कंपोजिशन स्कीम के तहत कुल 17.11 लाख टैक्सपेयर्स रजिस्टर्ड है. इसमें से करीब 20 प्रतिशत या 3.5 लाख करदाता वैसे हैं, जो शून्य रिटर्न फाइल करते हैं. माल एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने एक बयान में कहा कि इसके तहत स्कीम अपनाने वाले टैक्सपेयर्स बिना जीएसटी पोर्टल पर ‘लॉगइन’ किये महज SMS के जरिये जीएसटी सीएमपी-08 फॉर्म में शून्य ब्योरा भर सकते हैं. सीएमपी-08 स्व-आकलन कर का तिमाही ब्योरा है जिसे कंपोजिशन स्कीम अपनाने वाले टैक्सपेयर्स द्वारा भरा जाता हैं.

एक बयान के अनुसार, ‘‘टैक्सपेयर्स को सलाह है कि वे इस व्यवस्था का लाभ लेने के लिये निर्धारित प्रारूप में एसएमएस भेजे.’’

जीएसटी के तहत कंपोजिशन स्कीम 1.5 करोड़ रुपये तक के कारोबार वाले टैक्सपेयर्स के लिये एक सरल व्यवस्था है. इसके तहत छोटे टैक्सपेयर्स को राहत दी गयी है और वे जीएसटी की जटिल औपचारिकताओं में पड़े बिना अपने कारोबार पर नियत दर से जीएसटी का भुगतान कर सकते हैं. इसमें विनिर्माताओं और कारोबारियों के लिये जीएसटी एक प्रतिशत की दर से तथा रेस्तरां (शराब उपलब्ध नहीं कराने वाले) को 5 प्रतिशत से जीएसटी देना होता है.

जीएसटी प्रणाली के लिये सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा उपलब्ध कराने वाली जीएसटीएन पहले ही टैक्सपेयर्स को शून्य जीएसटअीआर-3बी (सामान्य टैक्सपेयर्स द्वारा मासिक रिटर्न) और शून्य जीएसटीआर-1 (सामान्य टैक्सपेयर्स द्वारा बाहर की गयी आपूर्ति के साथ कर देनदारी के बारे में जानकारी देने के लिये मासिक या तिमाही रिटर्न) की सुविधा उपलब्ध करा चुका है. अब इस सुविधा के दायरे में कंपोजिशन स्कीम अपनाने वाले टैक्सपेयर्स को लाने से 35 लाख से अधिक टैक्सपेयर्स एसएमएस के जरिये शून्य रिटर्न ऑफलाइन भर सकते हैं.