मेहनत अगर किस्मत का साथ पाकर आगे बढ़े, तो जीवन में कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता।

बिहार की टीनू कुमारी की सफलता इस बात को साबित करती है। जहां लोग एक सरकारी नौकरी की परीक्षा पास करने में सालों लगा देते हैं, वहीं टीनू ने एक या दो नहीं, बल्कि पांच सरकारी परीक्षाएं एक साथ पास कर लीं। अपनी इस सफलता से उन्होंने न केवल अपना, बल्कि अपने परिवार का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया।

आइए जानते हैं, किस तरह टीनू ने इस सफलता के शिखर को छुआ।

कौन है टीनू कुमारी ?

टीनू कुमारी बिहार के जमुई जिले से हैं और एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बचपन से ही उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का सपना देखा था, ताकि घर का माहौल बेहतर हो सके। बड़े सपने देखने वाली टीनू ने अपनी मां के सपने को अपना बनाया और उसे पूरा करने का ठान लिया।

मां के सपने को बनाया अपना सपना.

टीनू की मां, पिंकी सिंह, ने इंग्लिश में एमए किया और बीएड की डिग्री हासिल की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक सरकारी अफ़सर बनना चाहती थीं, लेकिन शादी के बाद उनका यह सपना अधूरा रह गया। सालों बाद, टीनू ने अपनी मां का यह सपना पूरा किया, और आज देशभर में उनकी मिसाल दी जा रही है।

टीनू ने अपनी कड़ी मेहनत से एक के बाद एक, पांच सरकारी परीक्षाएं पास कीं। सबसे पहले उनका चयन कंप्यूटर ऑपरेटर की पोस्ट के लिए हुआ। अगले ही दिन बिहार SSC CGL में भी उनका चयन हो गया, जहां उन्हें सहायक प्रशाखा पदाधिकारी की नौकरी मिली। इसके बाद उन्होंने BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा के लेवल 2 को भी पास किया, जिसके बाद उन्हें नौवीं से बारहवीं कक्षा के शिक्षक के रूप में चुना गया।

LFP Plus by Dr Vivek Bindra

सोशल मीडिया से दूरी, किताबों से दोस्ती.

टीनू ने अपनी परीक्षा की तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बना ली थी, ताकि वह पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें। वह किताबों को ही अपना सबसे अच्छा दोस्त मानती हैं और ज्यादातर समय किताबें पढ़ने में बिताती थीं। उनकी यह अनुशासन और मेहनत ही थी, जिसने उन्हें सफलता दिलाई। टीनू अपनी इस उपलब्धि का पूरा श्रेय अपने परिवार को देती हैं।

टीनू की यह सफलता आज बहुत से छात्रों के लिए प्रेरणा है, जिसने एक मिसाल कायम की है।


क्या टीनू कुमारी की यह प्रेरणादायक कहानी आपको भी मेहनत की ताकत का एहसास दिलाती है? अपनी राय नीचे कॉमेंट में ज़रूर बताएं!