दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना के कारण बाजार की अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है. सोने और चांदी के भाव में भी उतार चढ़ाव का दौर जारी है. इस साल सोने की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिला है. इसका कारण यूरोपीय देशों में कोविड-19 का बढ़ता खतरा है. कोरोना के बढ़ते मामले और मार्केट की अनिश्चितता सोने की कीमत में बढ़ोतरी का कारण बन सकते हैं. वहीं त्योहारों के इस सीजन में लोग सोना खरीदना चाहते हैं लेकिन बढ़े हुए दाम के कारण सभी असमंजस में हैं कि इस समय सोने में निवेश करना कितना सही है. आने वाले दिनों में सोने का दाम बढ़ेगा या घटेगा? दिवाली तक 10 ग्राम सोने का भाव कितना रहेगा? ऐसे कई सवाल हर किसी के मन में हैं.

फिलहाल देश में सोने की डिमांड निचले स्तर पर है और इसकी वजह दाम ऊंचे होना है. इस त्योहारी सीजन में कई लोग सोने की कीमतों में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं. त्योहार पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. खासकर दिवाली और धनतेरस पर सोने की खूब खरीददारी की जाती है.

कोरोना महामारी के कारण बाजार की बिगड़ी स्थिति निवेशकों के लिए चिंता बन रही है. इसके अलावा कम ब्याज दर और उच्च मुद्रास्फीति अन्य कारक हैं जो सोने की बढ़ी हुई कीमतों को तब तक बनाए रखेंगे जब तक कि कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती है. ऐसे में सोने में अगर आप दिवाली में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो सोने में इन्वेस्टमेंट पर विचार कर सकते हैं.

एक्सपर्ट की मानें तो दिवाली तक सोने की कीमत में कोई बड़ी तेजी या बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं और दिवाली में 10 ग्राम सोने का भाव 50000-52000 के आस पास रह सकता है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के कमोडिटी वाइस प्रेसिडेंट नवनीत दमानी ने कहा, अगर आपको लग रहा है सोना सस्ता होगा या पहले वाले स्तर पर आ जाएगा तो अंदाजा गलत हो सकता है. आने वाले समय में सोना और चांदी दोनों के दामों में उतार- चढ़ाव जारी रह सकता है.