कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप दुनियाभर में देखा जा रहा है. इसका हर किसी के जीवन में गहराई से असर हुआ है. कोविड-19 लॉकडाउन (Lockdown) के कारण दुनिया की बड़ी से बड़ी और मजबूत वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं (Global Economy) भी चरमरा गई हैं. कोरोना संकट के बीच दुनियाभर में लाखों लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी हैं. तो वहीं, लाखों लोग लॉकडाउन के कारण बेरोजगार (Unemployed) हो चुके हैं.

कोरोना संकट के चलते बिजनेस पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. हर किसी को बिजनेस में डर सता रहा है. आर्थिक संकट के बीच कंपनियों में डर और अनिश्चितता की भावना पनप रही है. इस कठिन समय में हर कोई जानना चाहता है कि बिजनेस को कैसे संभाला जाए. लोग कुछ ऐसा करना चाहते हैं जिससे वे इस कठिन समय में आर्थिक रूप से खुद को मजबूत बना सकें. यहां हम आपको फ्यूचर स्किल्स बता रहे है जो आपके लिए मददगार साबित हो सकती हैं.

  1. क्लाउड कम्प्यूटिंग: कोरोना महामारी के दौरान बिजनेस में क्लाउड कंप्यूटिंग की मांग में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. लॉकडाउन के दौरान, अधिकांश कंपनियों ने क्लाउड पर अपना डेटा ट्रांसफर करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे क्लाउड आर्किटेक्ट और क्लाउड आईटी के एडमिन्स की मांग में वृद्धि हुई है. डाटा स्टोरेज को सभी क्षेत्रों में प्राथमिकता दी जा रही है. इसके लिए क्लाउड कम्प्यूटिंग एक बहुत ही अच्छा विकल्प है.
  2. डेटा एनालिटिक्स: एक एनालिटिक्स इंजीनियर डेटा को बदलने, टेस्टिंग, और डाटा डोक्युमेंटिंग पर काम करता है. यह सबसे महत्वपूर्ण स्किल्स में से एक है जो कंपनियां अपनी भर्तियों में तलाशती हैं. इंडस्ट्री हमेशा ऐसे लोगों की तलाश में रहती है जो डाटा में ट्रेंड्स का अध्ययन कर सकते हैं और एंटरप्राईजेस के लिए रॉ डाटा को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए एल्गोरिदम विकसित कर सकते हैं.
  3. रिस्क मैनेजमेंट: एक महामारी के दौरान रिस्क मैनेजमेंट बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. किसी भी प्रकार के खतरे के आने से पहले उसे भांप लेना और एनालाइस कर उससे होने वाले नुकसान की भविष्यवाणी करने की कला पिछले कुछ महीनों से महत्वपूर्ण मानी जा रही है. कोरोना संकट के बाद के दौर में भी यह स्किल बेहद महत्वपूर्ण रहेगी.
  4. सेल्स इफेक्टिवनेस: एक प्रतिस्पर्धी दुनिया में, जहां उपभोक्ताओं और व्यवसायों के पास चुनने के लिए कई विकल्प हैं, सेल्स इफेक्टिवनेस एक महत्वपूर्ण स्किल बन जाती है. उपभोक्ता के साथ जुड़ना और बने रहना कंपनियों के लिए बेहद आवश्यक है. प्रतिस्पर्धा के इस दौर में यह सबसे महत्वपूर्ण स्किल्स में से एक है.
  5. बिजनेस एनालिटिक्स: हर बिजनेस में बिजनेस एनालिटिक्स का बेहद खास स्थान है. हर बिजनेस में ऐसे लोगों की जरुरत होती है जो बिजनेस के लिए रणनीति तैयार करें और जो रॉ डाटा को बिजनेस नॉलेज में बदल सकें. बिजनेस एनालिटिक्स के दम पर ही कंपनियों में निर्णय लिए जाते हैं और आगे की प्लानिंग की जाती हैं. कंपनियां बिजनेस एनालिटिक्स पर एवरेज सैलरी से कई अधिक देने को तैयार रहती हैं.
  6. मशीन लर्निंग (ML) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दोनों फील्ड में बड़ा स्कोप है. यहां हम आपको बताते हैं है कि दोनों क्या है. मशीन लर्निंग ऐसी प्रणाली है जो सिस्टम को ऑटोमैटिक लर्न करना सीखाती है. मशीन लर्निंग ऐसी तकनीक है जिसमें किसी कंप्यूटर प्रोग्राम को इस तरह से डिजाइन किया जाता है की वह प्रोग्राम खुद से नई नई चीजों को सीख सकें और जरूरत पड़ने पर खुद से कोई निर्णय ले सके.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना. कंप्यूटर साइंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सबसे उन्नत माना जाता है. आज के समय इन दोनों स्किल्स की मांग हैं और आगे भी बनी रहेगी.