4 साल में एक बार होने वाला क्रिकेट विश्वकप इस बार भारत में हो रहा है और इस बार भारतीय क्रिकेट टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह बना ली है। 19 नवंबर को होने वाले मुकाबले में भारत ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा और उम्मीद है कि भारतीयों की प्रार्थनाएं कबूल हो जाएंगीं जिसके परिणामस्वारूप 1983, 2011 के बाद भारत तीसरी बार विश्वकप की ट्रॉफी उठाएगा।
क्रिकेट में टीम के हर सदस्य का विशेष योगदान होता है। लेकिन इन सभी में आज के समय में विराट कोहली हर उम्र के लोगों के फेवरेट हो गए हैं।
आज के इस आर्टिकल में जानिए किंग कोहली का जीवन परिचय और उनके जीवन से जुड़े कुछ अनसुने किस्से –
जन्म: | 5 नवंबर 1988, नई दिल्ली |
पिता: | प्रेम कोहली |
माता: | सरोज कोहली |
विराट कोहली का जीवन परिचय.
किंग कोहली के नाम से प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रेम कोहली था, जोकि एक क्रिमिनल लॉयर थे। उनकी माता का नाम सरोज कोहली है। विराट को 3 साल की उम्र से ही क्रिकेट में रुचि हो गयी थी। विराट सिर्फ 12वीं तक ही पढ़े हैं और उनकी स्कूली शिक्षा दिल्ली से ही हुई थी। क्रिकेट खेलते हुए विराट के पिता और पड़ोसियों ने उनके अंदर के टैलेंट को पहचाना। उसके बाद 9 साल की उम्र में विराट के पिता ने विराट का दाखिला दिल्ली क्रिकेट एकेडमी में करवा दिया।
विराट के करियर की शुरुआत 2002 में हुई। जब उन्हें दिल्ली की अंडर 15 टीम में शामिल किया गया और 2004 में उन्हें दिल्ली अंडर 17 टीम में शामिल किया गया। 2006 में उन्हें भारतीय अंडर 19 टीम के लिए चुना गया और 2008 में उन्हें इस टीम का कप्तान बनाया गया।
इसी दौरान 18 दिसंबर 2006 को विराट के पिता की मृत्यु हो गयी थी। 2009 में विराट को पहली बार इंडियन क्रिकेट टीम में शामिल किया गया, जिसमें वे टीम A का हिस्सा थे। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रिटायरमेंट के बाद विराट को क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों का कप्तान बना दिया गया था।
इस साल हो रहे 50-ओवर वर्ल्ड कप में कोहली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमी फाइनल तक 10 पारियों में 711 रन बनाये हैं। इसी दौरान इन्होंने एक दिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपना 50वां शतक भी लगाया है।
कैसे मिला निकनेम "चीकू"?
जैसाकि आप जानते ही हैं कि विराट ने 9 साल की उम्र में ही दिल्ली क्रिकेट एकेडमी जॉइन कर ली थी। उस समय विराट काफी गोल मटोल दिखते थे। इसके अलावा उन्होंने अपने बाल भी कटवा लिए थे।
एकेडमी के कोच अजीत चौधरी को उस समय विराट को देखकर कॉमिक बुक चंपक के एक कैरेक्टर चीकू की याद आ गयी। तब अजीत ने विराट को चीकू नाम दिया और यह नाम कोच के आशीर्वाद के रूप में आज भी विराट के साथ है।
सोसाइटी के लिए भी करते हैं काम
विराट ने सोसाइटी के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए 2013 में विराट कोहली फाउंडेशन नाम से एनजीओ की शुरुआत की है। इस एनजीओ के द्वारा वे समाज के वंचित बच्चों को हर तरह की सुविधाएँ प्रदान करते हैं, जिससे वे बच्चे भी इस देश के विकास में अपना योगदान दे सके। इस एनजीओ में उनकी पत्नी और फिल्म अभिनेत्री अनुष्का शर्मा भी विराट का साथ देती है।
टैटू का है शौक
विराट को टैटू बनवाने का शौक है। विराट के बाएं कंधे पर जापानी समुराई योद्धा का टैटू है, जिसमें वह योद्धा हाथ में तलवार पकड़े हुए है। उसकी कंधे के पिछले हिस्से में विराट ने अपने माता पिता का नाम गुदवाया है। बाएं बाजु पर कैलाश पर्वत पर ध्यान करते हुए भगवान शिव का टैटू है और बैकग्राउंड में मानसरोवर है। इसके अलावा विराट ने अपने शरीर के कुछ हिस्सों पर बौद्ध मठ, ट्राइबल आर्ट, अपना जोडिएक साइन स्कॉर्पियो और ॐ गुदवाया हुआ है।
जब विराट के पिता का निधन हुआ, तब वे एक मैच खेल रहे थे। उस समय उनके साथी खिलाडियों को लगा कि वे नहीं आएंगे, लेकिन विराट ने न सिर्फ वह मैच खेला, बल्कि वह उनके जीवन के सबसे अच्छे मैचों में से एक था। विराट कोहली के जीवन से कई चीज़ें सीखी जा सकती है।
यदि आप भी विराट के जीवन से सीख लेना चाहते हैं, तो इस रविवार 19 नवंबर सुबह 8 बजे डॉ. विवेक बिंद्रा के यूट्यूब चैनल पर विराट कोहली के जीवन पर बनी केस स्टडी ज़रूर देखें।