महिलाएं जिस कुशलता के साथ घर को संभालती है उसी स्मार्टनेस के साथ बिज़नेस को भी संभालती हैं। ऐसी ही एक कमाल की बिज़नेस वुमन हैं उपासना ताकू

उपासना ताकू ऑनलाइन पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर MobiKwik की सीईओ और बोर्ड अध्यक्ष हैं। आज इस कंपनी की वैल्यू करीब 8 हज़ार करोड़ रुपए है। विदेश में सक्सेसफुल करियर बनाने के बाद वो भारत वापस लौटी और एक बड़ा जोखिम उठाकर अपना बिजनेस शुरू किया।

उपासना ताकू गुजरात के गांधीनगर से हैं और उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई सूरत से की। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पंजाब के जालंधर जाकर “पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी” से इंजीनियरिंग पढ़के अपनी ग्रैजुएशन पूरी की। ग्रैजुएशन के बाद उपासना ने अमेरिका की “स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी” से मैनेजमेंट साइंस एंड इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रैजुएशन भी किया।

सालों तक विदेश में नौकरी करने के बाद शुरू किया अपना स्टार्टअप

अपनी पढ़ाई को पूरा करने के बाद करीब 17 सालों तक उपासना ताकू ने विदेश में ही रहीं। जानी-मानी ऑनलाइन पेमेंट कम्पनी PayPal में प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम किया, इसके अलावा HSBC कम्पनी में भी उन्होंने जॉब की। अपने काम और करियर के सिलसिले में उपासना अमेरिका में ही रहने लगीं लेकिन साल 2008 में उनके दिमाग में अपना कुछ बिजनेस शुरू करने का आइडिया आया और वो अमेरिका छोड़कर भारत लौट आईं।

अमेरिका में अच्छी जॉब को छोड़कर भारत लौट आने पर उपासना के परिवार ने उनका काफी विरोध भी किया। उपासना जानती थी कि अमेरिका में अपने बने बनाए करियर को छोड़कर नया बिजनेस स्टार्ट करने का ये कदम जोखिम भरा हो सकता है लेकिन फिर भी वो अपने फैसले पर टिकी रहीं। उनके माता-पिता उस समय भारत से बाहर अफ्रीका में रहते थे, जहां उनके पिता एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और मां एक म्यूजिशियन थीं। 2009 में उपासना के पैरेंट्स भी भारत लौट आए।

अमेरिका से वापस आने के बाद उन्होंने “दृष्टि” नाम के माइक्रोफाइनेंस एनजीओ के साथ काम करना शुरू किया, ये एनजीओ बिहार और उत्तरप्रदेश के ग्रामीण इलाकों की बेहतरी के लिए काम करता था। भारत आने के बाद उपासना को सिर्फ अपना सक्सेफुल बिजनेस ही नहीं, बल्कि अपना लाइफ पार्टनर भी मिल गया।

2008 में की अपने नए बिजनेस की शुरुआत

2008 में भारत लौटने के बाद उपासना की मुलाकात बिपिनप्रीत सिंह से हुई, 2009 में दोनों ने साथ में मिलकर ही बिजनेस की शुरुआत की। बिपिनप्रीत सिंह ने MobiKwik के लिए अपना बिजनेस कांसेप्ट तैयार किया लेकिन वो अपनी नौकरी छोड़कर इस बिजनेस को शुरू नहीं कर पाने की वजह से काफी परेशान थे। तब उपासना ने बिपिनप्रीत का साथ दिया और दोनों ने मिलकर साल 2009 में बिजनेस को शुरू किया।

उस समय शुरू की गई MobiKwik नाम की छोटी सी कम्पनी आज फिनटेक इंडस्ट्री का बड़ा नाम बन चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी का टर्नओवर लगभग 8 हज़ार करोड़ रुपए है। शुरुआत के दिनों में उपासना और बिपिन ने घर को ही ऑफिस बनाकर इस कंपनी को शुरू किया। इसी संघर्ष के दौरान साल 2011 में दोनों ने शादी की और साथ मिलकर अपने बिजनेस को आगे बढ़ाया।

उपासना ताकू के ऑनलाइन पेमेंट्स के क्षेत्र में किए जा रहे काम को साल 2018 में नोटिस किया गया और उन्हें राष्ट्रपति से “फर्स्ट वूमेन टू लीड पेमेंट्स स्टार्टअप” के लिए अवार्ड भी मिला। इसके बाद 2019 में फोर्ब्स एशिया की 25 पावरफुल बिज़नेस वूमेन की लिस्ट में भी उनको शामिल किया गया। आज उनकी कंपनी ऑनलाइन पेमेंट्स के क्षेत्र में बुलंदियों को छू रही है।

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