सालों तक भटके नौकरी के लिए, फिर चुना बिजनेस का रास्ता.
KUNDAN KUMAR ने 2010 में अपनी ग्रैजुएशन पूरी की थी। इसके बाद करीब 6 से 7 साल तक वो एक अच्छी नौकरी की तलाश में लगे रहे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। इतने लंबे समय तक नौकरी न मिलने से उनका हौसला टूटने लगा था, लेकिन उन्होंने हार मानने के बजाय कुछ अलग करने की ठानी। कुंदन ने सोचा कि नौकरी ढूंढने के बजाय अपना खुद का काम शुरू किया जाए, ताकि खुद को और दूसरों को भी रोजगार दे सकें।
सरकारी लोन लेकर शुरू किया सफ़लता का सफ़र.
KUNDAN KUMAR ने पावर ब्लॉक बनाने का बिजनेस शुरू करने का फैसला किया, इस बिजनेस को शुरू करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत 25 लाख रुपए का लोन लिया। सरकारी लोन की मदद मिलने के बाद कुंदन ने जी जान लगाकर अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने का काम शुरू कर दिया।
बिजनेस एक्सपैंशन के लिए लिया बड़ा लोन.
KUNDAN KUMAR जो पावर ब्लॉक बनाते हैं वो सड़कें बनाने और पथरीली जगहों पर फिसलन रोकने के काम आते हैं। इनकी मार्केट में काफी अच्छी डिमांड है इसीलिए कुंदन का बिजनेस चल पड़ा। उन्होंने जल्द ही अपना शुरुआती लोन चुका दिया और बिजनेस एक्सपैंड करने के लिए 1 करोड़ रुपए का लोन फिर से ले लिया। ये लोन पाना आसान नहीं था इसके लिए उन्हें डेढ़ साल तक कोशिश करनी पड़ी।
सरकारी योजना के तहत इस लोन पर 12% ब्याज और 15% की सब्सिडी भी मिलती है। PMEGP योजना के अंतर्गत करीब 150 तरह के व्यापारों के लिए लोन उपलब्ध कराया जाता है।
आज किसी भी नौकरी से ज्यादा कमाई कर रहे हैं कुंदन.
आज KUNDAN KUMAR इस बिजनेस से सालाना 8 से 10 लाख रुपए का मुनाफा कमाते हैं। ये कमाई कुंदन किसी भी नौकरी को करने के बाद भी नहीं कर सकते थे। आज वो ना सिर्फ खुद अच्छी कमाई कर रहे हैं बल्कि कई लोगों को अपने बिजनेस के ज़रिए रोज़गार भी मुहैया करवा रहे हैं।
KUNDAN KUMAR की ये सफ़लता उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। वे इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं कि सही योजना और मेहनत से कैसे व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है।