कठिन समय में हमेशा याद रखें डॉ विवेक बिंद्रा की ये Golden Statements
आज की इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हर व्यक्ति अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहता है। इसी सफलता को हासिल करने के लिए व्यक्ति दिन-रात मेहनत करता है ताकि अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके लेकिन कभी-कभी विपरीत परिस्थितियों के कारण फेल होने पर वो इतना निराश हो जाता है कि आगे बढ़ने के लिए कोशिश करना ही छोड़ देता है। एक निराश व्यक्ति अपने जीवन में किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाता। वहीं दूसरी ओर जो व्यक्ति सकारात्मक होता है, जिसमें काम करने की चाहत होती है वो कठिन से कठिन लक्ष्य को भी आसानी से प्राप्त कर लेता है। यही बात किसी भी कंपनी या संस्थान पर भी लागू होती है। यदि किसी कंपनी के कर्मचारी मोटिवेटेड रहते हैं तो वो कंपनी दिन-रात तरक्की करती है लेकिन इसके विपरीत यदि एम्पलॉयी के अंदर काम करने की चाहत नहीं है तो इसका असर कंपनी की ग्रोथ पर भी पड़ता है। इसलिए किसी भी कंपनी को चाहिए कि अपनी टीम मेंबर्स को समय-समय पर मोटिवेट करते रहें। यदि व्यक्ति सकारात्मक होगा तो वो अपने हर लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। आज के इस लेख में हम आपको मोटिवेशनल स्पीकर (Motivational Speaker) डॉ. विवेक बिंद्रा के द्वारा बताए गए गोल्डन स्टेटमेंट के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से आप जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
मुसीबतों से भागना, नई मुसीबतों को निमंत्रण देने के समान है।
अक्सर देखा गया है कि जिन्होंने भी अपने जीवन में बड़ी सफलता हासिल की है उन्होंने मुसीबतों का डट कर सामना किया है और आगे बढ़ें हैं। चाहे वो जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा हो, या पूर्व भारतीय क्रिकेटर एमएस धोनी। जिन्होंने भी मुसीबतों का डट का सामना किया है उन्हें सफलता अवश्य मिली है। इसलिए अगर आपको अपनी सफलता की उड़ान भरनी है तो आज से ही मुश्किलों का सामना करें, क्योंकि मुश्किलों से भागने का मतलब है कि आप किसी नई चीज़ को सीखने की बजाय उससे भागने की कोशिश कर रहे हैं।
अपने लक्ष्य को ऊँचा रखो और तब तक मत रुको, जब तक आप उसे हासिल नहीं कर लेते
मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विवेक बिंद्रा कहते हैं कि अपने लक्ष्य को ऊँचा रखो और तब तक मत रुको, जब तक आप उसे हासिल नहीं कर लेते। आपने देखा भी होगा कि जिस व्यक्ति के जीवन में कोई लक्ष्य होता है वो दिन-रात उसी में लगा रहता है। फिर वो चाहे यूपीएससी की परीक्षा देने वाले छात्र -छात्राएं हो जिनके लिए एकमात्र लक्ष्य IAS, IPS बनना होता है या फिर कोई उद्योगपति हो जिसका लक्ष्य अपने बिज़नेस (Business) को बड़ी से बड़ी सफलता दिलाना होता है। जो व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात एक कर देता है, जिसे उठते-बैठते, खाते-पीते सिर्फ अपने लक्ष्य का ख्याल होता है वो सफलता के शिखर को ज़रूर छूता है। इसलिए अपने लक्ष्य को हमेशा बड़ा रखना चाहिए और उस लक्ष्य को पूरी लगन से हासिल करना चाहिए।
अगर आपको सफल होना है तो सफल लोगों की भीड़ में खड़े हो जाओ, वो आपको धक्का मार-मार कर सफल कर देंगे
बिज़नेस कोच(Business Coach) डॉ विवेक बिंद्रा जी कहते हैं कि अगर आपको सफल होना है तो सफल लोगों की भीड़ में खड़े हो जाओ, वो आपको धक्का मार-मार कर सफल कर देंगे। यानि कि अगर आप सफल लोगों के आस-पास रहेंगे तो उनसे सीखने की कोशिश करेंगे और उस सीख को खुद पर अमल कर के आप भी सफल हो सकते हैं। अपने आस-पास ऐसे लोग रखिए जो आपकी गलती पर आपको ठीक करें, इस तरह आप आसानी से अपना लक्ष्य हासिल कर लेंगे।
सकारात्मक सोच के साथ यदि कोई व्यक्ति काम करता है तो सफलता को ज़रूर प्राप्त करता है। जीवन में आगे बढ़ने में यह 3 गोल्डन रूल्स आपकी बहुत मदद कर सकते हैं। इनकी मदद से आप अपनी कंपनी को भी बड़ी ग्रोथ दिला सकते हैं और अपने जीवन में भी बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको (Business Coaching Program) का चुनाव ज़रूर करना चाहिए। इससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।