सरकार ने टैक्स सिस्टम में किया सुधार, पीएम मोदी ने कहा- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को अब आयकरदाता का सम्मान करना होगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन ऑनरिंग द ऑनेस्ट' (Transparent Taxation–Honoring the Honest) नाम से नए एक प्लेटफॉर्म का लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आयकर विभाग को अब इनकम टैक्स चुकाने वाले टैक्सपेयर्स का सम्मान करना होगा. पीएम ने आगे कहा कि आयकरदाताओं को अब शक की निगाह से नहीं बल्कि सम्मान की दृष्टी से देखना होगा. उन्होंने कहा कि देश में संरचनात्मक सुधार से नई दिशा मिली है और प्रक्रियाओं की जटिलताओं के साथ-साथ देश में कर में भी कटौती की गई है. मोदी ने कहा कि विगत छह साल में 1500 से अधिक कानून को हटाया गया है.
प्रधानमंत्री ने पारदर्शी कर व्यवस्था के लिए एक नए मंच का शुभारंभ किया है जो केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे कर सुधार के कार्यक्रमों में एक नया कदम है. ज्ञात हो कि नए टैक्स प्लेटफॉर्म के चलते टैक्सपेयर्स को टैक्स पेयर्स चार्टर, फेसलेस असेसमेंट और फेसलेस अपील की सुविधा मिलेगी. अब कर देना आसान होगा और लोगों को नई तकनीक को लेकर आगाह किया जाएगा. ये सुविधा सुविधा 25 सितंबर से पूरे देश में नागरिकों के लिए उपलब्ध हो जाएगी.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते छह साल में उनका फोकस 'बैंकिंग द अनबैंक्ड, सिक्योर द अनसिक्योर्ड और फंडिंग द अनफंडेड' पर रहा है. मतलब जो बैंक से जुड़े नहीं हैं उनको जोड़ना, असुरिक्षत को सुरक्षित करना और वित्तरहित का वित्तपोषण करना रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रक्रियाओं की जटिलताओं के साथ-साथ देश में कर भी कम किया गया है. पांच लाख रुपये की आय पर अब टैक्स जीरो है. बाकी स्लैब में भी टैक्स कम हुआ है. कॉरपोरेट टैक्स के मामले में हम दुनिया में सबसे कम टैक्स लेने वाले देशों में से एक हैं.
बता दें कि पिछले काफी वक्त से ईमानदार करदाताओं को प्रोत्साहित करने की मांग उठ रही थी. कई लोग तो इनकम टैक्स को ख़त्म करने की भी बात करते हैं. ऐसे में सर्कार के इस कदम से करदाताओं को राहत मिलने की उम्मीद है.