Larsen & Toubro (L&T) भारत की एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी है जो इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, टेक्नोलॉजी और फाइनेंशियल सर्विसेज में अपना दबदबा बना कर रखती है। इस कम्पनी का सफर एक छोटी सी वर्कशॉप से शुरू हुआ लेकिन आज ये कंपनी भारत की सबसे बड़ी और कामयाब कंपनीज़ में से एक बन चुकी है।

कैसे हुई शुरुआत?

Larsen & Toubro की स्थापना 1938 में हेनिंग होलॉक लार्सन और सोरेन क्रिस्टियन टर्बो ने की थी। ये दोनों ही इंजीनियर्स थे, शुरुआत में ये कम्पनी मुंबई में एक छोटी सी वर्कशॉप के रूप में काम किया करती थी जो सीमेंट और मशीनरी इंपोर्ट और डिस्ट्रीब्यूट किया करती थी। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सप्लाई में बाधाएं आने लगीं जिसके कारण इस कम्पनी ने लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान देना शुरू किया।

कैसे तय किया आगे का सफ़र?

  • डायवर्सिफिकेशन के साथ किया एक्सपेंशन -

    Larsen & Toubro ने अपनी शुरुआत सीमेंट और मशीनरी के डिस्ट्रीब्यूशन के साथ की थी लेकिन जल्द ही ये कंपनी इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में काम करने लगी। 1940 और 1950 के दौरान L&T ने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू किया और डैम, ब्रिज और फैक्ट्रीज बनाई।

  • टेक्नोलॉजी इनोवेशन -

    L&T ने हमेशा टेक्नोलॉजी इनोवेशन पर काफी ज़ोर दिया, कंपनी ने एडवांस्ड इंजीनियरिंग टेक्नीक्स और इक्विपमेंट्स को अपनाया जिससे प्रोजेक्ट्स पर और एफिशिएंट्ली काम किया जा सकता है। इस वजह से उन्हें इंडस्ट्री में तेजी से आगे बढ़ने का मौका मिला।

  • स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप -

    Larsen & Toubro ने कई इंटरनेशनल कंपनीज़ के साथ स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की जिससे वो कटिंग एज टेक्नोलॉजी और एक्सपर्टीज को भारत में लेकर आए। ये पार्टनरशिप उनके बिजनेस को एक्सपैंड करने के लिए काफी मददगार साबित हुई।

  • एंप्लॉयज पर दिया खास ध्यान -

    L&T हमेशा अपने एंप्लॉयस की ट्रेनिंग और डेवलपमेंट पर फोकस करती है। कम्पनी ने टेक्निकल स्किल्स और लीडरशिप कैपेबिलिटी को बेहतर करने के लिए कई सारे प्रोग्राम्स शुरू किए। इससे एंप्लॉयज की प्रोडक्टिविटी और कम्पनी की ग्रोथ दोनों में सुधार आया।

  • कॉरपोरेट सोशल रिस्पिंसिबिटी (CSR) -

    Larsen & Toubro ने अपनी सोशल रिस्पिंसिबिटी को भी समझा और कई CSR प्रोग्राम्स को लॉन्च किया। एजुकेशन, हेल्थकेयर और रूरल डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में इनके प्रोजेक्ट्स ने समाज को बेहतर बनाने में मदद की।

कंपनी की कुछ बड़ी सफलताएं

  • इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स -

    L&T ने भारत के कई मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है जैसे सरदार सरोवर डैम, हैदराबाद मेट्रो और मुंबई छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट का एक्सपेंशन।

  • दुनियाभर में किया काम -

    आज L&T की मौजूदगी सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर भी है। कम्पनी ने मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, साउथ ईस्ट एशिया और यूरोप में भी कई प्रोजेक्ट्स को पूरा किया है।

  • बिजनेस में लाए विविधता -

    L&T का बिजनेस मॉडल विविधताओं से भरा हुआ है, ये कंपनी कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग के अलावा आईटी सर्विसेज, हेवी इंजीनियरिंग और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में भी काम करती रही है।

भविष्य की संभावनाएं

  • टेक्नोलॉजी का एडवांसमेंट -

    आने वाले समय में L&T एडवांस टेक्नोलॉजी जैसे कि AI, IoT और रोबोटिक्स को अपने बिजनेस प्रोसेस में शामिल करने जा रहा है। ये इनोवेशन कम्पनी को ग्लोबल मार्केट में और भी बड़ी सफलताएं दिलाएंगी।

  • सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर फोकस -

    L&T सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर फोकस कर रही है, ग्रीन बिल्डिंग्स, रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस के जरिए कम्पनी अपने एनवायरमेंटल इंपैक्ट के लिए काम कर रही है।

  • ग्लोबल एक्सपेंशन -

    L&T ग्लोबली अपने काम और पहचान को बढ़ाने के लिए काफी प्लानिंग कर रही है। मार्केट में अपने नए प्रोजेक्ट और पार्टनरशिप के ज़रिए ये कम्पनी अपनी इंटरनेशनल मौजूदगी को और भी ज्यादा बेहतर बनाने की कोशिश में जुटी है।

LFP Plus by Dr Vivek Bindra

Larsen & Toubro का एक छोटी सी वर्कशॉप से लेकर भारत की सबसे बड़ी और कामयाब कंपनीज में से एक बनने तक का सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। अपनी इनोवेशन, एंप्लॉय डेवलपमेंट और स्ट्रेटेजिक प्लानिंग के जरिए L&T ने इंडस्ट्री में अपना एक अलग ही मुकाम बनाया है। आने वाले समय में भी L&T अपनी ग्रोथ और सक्सेस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए काम कर रही है।