भारत विविधताओं भरा देश है, हर तरह के परिक्षणों को आज़माने के लिए भी भारत गुरेज़ नहीं करता है. यही कारण है कि पारंपरिक तौर तरीकों में थोड़े बदलाव की गुंजाइश यहां हमेशा ही बनी रहती है. इसी वजह से फ्रूट जैम (Fruit Jam) आज भारत के हर घर में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुका है. सुबह के नाश्ते से लेकर शाम के हल्के स्नैक्स में भी फ्रूट जैम की मांग हर घर में होती है. भारत में फ्रूट जैम मेकिंग बिज़नेस (Jam Making Business in India) की लगातार डिमांड बढ़ती जा रही है. इस बिज़नेस की शुरुआत घर से भी की जा सकती है. चलिए जानते हैं कि कैसे इस बिज़नेस का श्रीगणेश कर इससे अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. साथ ही जैम मेकिंग बिज़नेस (Jam Making Business) को सफल बनाने के मंत्रों का भी विस्तार से वर्णन किया जाएगा.

  • फ्रूट जैम बिज़नेस: हम पहले ही बता चुके हैं कि फ्रूट जैम एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसकी पहुंच हर सामान्य घर तक बनी हुई है. बच्चों से लेकर बड़ों तक फ्रूट जैम को पसंद करते हैं. बाजार में फ्रूट जैम की मांग दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. इस बिज़नेस के लिए आपको ज्यादा फंड की आवश्यकता नहीं है, बस अच्छी रणनीति और प्लानिंग से इस व्यापार की नींव ड़ाली जा सकती है और इसे सफलता दिलायी जा सकती है.
  • रॉ मैटेरियल: जैम बनाने (Jam Making) के लिए आपको फ्रूट्स की आवश्यकता होगी.जिस भी फ्रूट्स का जैम आप तैयार करना चाहते हैं, उस फ्रूट्स को आपको खरीदना होगा. स्ट्राबेरी,रसबेरी और ब्लूबेरी जैम के साथ ही मिक्स फ्रूट्स जैसे जैम की बाजार में भारी डिमांड होती है. इसलिए इन फलों को चुनना चाहिए और ध्यान रहे कि जब भी फलों का चुनाव करें तो फल फ्रैश होने चाहिए. फलों को छीलने के लिए पीलर मशीन, फलों को उबालने के लिए बाइलर मशीन, मिक्स करने के लिए मिक्सर और जैम तैयार होने के बाद उसे फिल करने के लिए फिलर की आवश्यकता आपको जैम मेकिंग बिज़नेस में होगी. अगर आपको अलग-अलग फलों का जैम तैयार करना है तो इसके लिए आपको कई सीज़नल फलों की आवश्यकता होगी.
  • लाइसेंस और परमिशन: जैम मेकिंग बिज़नेस खाद्य पदार्थ से जुड़ा बिज़नेस है, तो इसके लिए आपको एफएसएसएआई (FSSAI) से लाइसेंस लेना होगा साथ अपने बिज़नेस के लिए एक नाम का निर्धारण कर उस नाम के साथ अपने बिज़नेस को रजिस्टर्ड कराना होगा. अब क्योंकि आपकी बिज़नेस खाद्य से जुड़ा है तो जरूरी हो जाता है कि आपके द्वारा तैयार फ्रूट जैम फूड टैस्टिंग लैब में टैस्ट भी कराया गया हो. फूड टैस्टिंग लैब में टैस्ट होने के बाद यह प्रमाणित हो जाता है कि आपके द्वारा तैयार किया गया खाद्य पदार्थ खाने योग्य है.
  • सप्लाई मैथड: एक बार जब बिज़नेस की नींव ड़ाल दी गई हो, तो इसके बाद बारी आती है कि बनाए गए प्रोडक्ट को बाजार में कैसे उतारा जाए. लोकल वेंडर की मदद से भी बनाए गए फ्रूट जैम को बाजार में उतारा जा सकता है. लोकल दूकान पर भी जैम की सप्लाई की जा सकती है.

अगर आपको घर से जैम बिज़नेस शुरू करना है और आपको जैम बनाना नहीं आता है तो इसके लिए आप कुछ महीनों की ट्रेनिंग प्रोग्राम को ज्वाईन कर सकते हैं. इस बिज़नेस में हर महीने आपको 40 से 50 प्रतिशत का मुनाफा हो सकता है.

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